DGSE
डीजीएसई (DGSE) – फ्रांस की विदेशी खुफिया सेवा
डीजीएसई (Direction Générale de la Sécurité Extérieure) फ्रांस की प्रमुख विदेशी खुफिया एजेंसी है। इसे फ्रांस की सरकार के लिए विदेशों में सुरक्षा और खुफिया जानकारी इकट्ठा करने, आतंकवाद और जासूसी जैसी खतरनाक गतिविधियों को रोकने के लिए बनाया गया है। डीजीएसई को फ्रांस की सीआईए या एमआई6 के समान माना जाता है।
स्थापना और इतिहास
डीजीएसई की स्थापना 1982 में फ्रांस की खुफिया सेवाओं को पुनर्गठित करने के बाद हुई। इससे पहले फ्रांस की खुफिया जिम्मेदारी विभिन्न एजेंसियों के बीच विभाजित थी। डीजीएसई का मुख्य उद्देश्य फ्रांस की विदेश नीति और राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत बनाना है।
मुख्य कार्य और ज़िम्मेदारियाँ
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विदेशों में खुफिया जानकारी एकत्र करना:
डीजीएसई विदेशी देशों में राजनीतिक, सैन्य, आर्थिक और वैज्ञानिक जानकारी जुटाता है। -
आतंकवाद से लड़ना:
यह एजेंसी अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद को रोकने और उसके खिलाफ सक्रिय अभियान चलाने में लगी रहती है। -
साइबर सुरक्षा और साइबर जासूसी:
डीजीएसई आधुनिक साइबर खतरों और डिजिटल जासूसी के खिलाफ सुरक्षा करता है। -
गुप्त ऑपरेशन:
यह एजेंसी जरूरत पड़ने पर गुप्त अभियानों के जरिए फ्रांस के हितों की रक्षा करती है।
संरचना और संचालन
डीजीएसई का नेतृत्व एक डायरेक्टर करता है, जो सीधे फ्रांस के रक्षा मंत्री को रिपोर्ट करता है। इसका मुख्यालय पेरिस में स्थित है। डीजीएसई के पास व्यापक खुफिया नेटवर्क और तकनीकी साधन होते हैं, जिससे यह वैश्विक स्तर पर काम करता है।
महत्व और प्रभाव
डीजीएसई फ्रांस की सुरक्षा रणनीति में एक अहम भूमिका निभाता है। यह न केवल खुफिया जानकारी जुटाता है, बल्कि फ्रांस की विदेश नीति को सही दिशा देने में भी मदद करता है। इसके ऑपरेशन गुप्त और उच्च स्तरीय होते हैं, जो वैश्विक खुफिया जगत में इसे एक प्रभावशाली एजेंसी बनाते हैं।
निष्कर्ष
डीजीएसई फ्रांस की विदेशी खुफिया सेवा है जो देश की सुरक्षा और विदेश नीति की मजबूती के लिए काम करती है। इसकी विशेषज्ञता आतंकवाद विरोधी कार्यों, साइबर सुरक्षा और अंतरराष्ट्रीय खुफिया संकलन में है। यह एजेंसी फ्रांस को वैश्विक खुफिया दुनिया में एक मजबूत खिलाड़ी बनाती है।
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