RAFALE
राफेल लड़ाकू विमान (Rafale) -
राफेल एक अत्याधुनिक मल्टी-रोल लड़ाकू विमान है जिसे फ्रांस की प्रमुख विमान निर्माता कंपनी डसॉल्ट एविएशन (Dassault Aviation) द्वारा विकसित किया गया है। यह विमान हवा में प्रभुत्व, ज़मीन पर हमला, परमाणु हथियार ले जाने की क्षमता, टोही (reconnaissance), और वायु सुरक्षा जैसे कई मिशनों में उपयोगी है। राफेल का अर्थ फ्रेंच भाषा में "आंधी" होता है, जो इसकी गति और शक्ति का प्रतीक है।
राफेल विमान दो प्रकारों में आता है – एकल सीट वाला (Rafale C) और दो सीट वाला (Rafale B)। भारत ने राफेल B और C संस्करणों का एक संयोजन प्राप्त किया है जिसे विशेष रूप से भारतीय वायुसेना की जरूरतों के अनुसार अनुकूलित किया गया है। भारत और फ्रांस के बीच राफेल डील 2016 में हुई थी, जिसके तहत भारत ने 36 राफेल विमानों का ऑर्डर दिया था। ये सभी विमान 2022 तक भारत को मिल चुके हैं।
राफेल की लंबाई लगभग 15.3 मीटर होती है और इसका वजन लगभग 10 टन (खाली) होता है। यह विमान मैक 1.8 की गति (लगभग 2,222 किमी/घंटा) से उड़ सकता है और इसकी रेंज लगभग 3,700 किलोमीटर तक है। इसमें दो स्नेकमा M88-2 इंजन लगे होते हैं, जो इसे उच्च गति और ऊंचाई पर उड़ान की क्षमता प्रदान करते हैं।
इस विमान की खासियत इसकी अत्याधुनिक एवियोनिक्स सिस्टम, इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सुइट, और रडार जामिंग तकनीक है। राफेल को "ओमनीरोल" फाइटर कहा जाता है, क्योंकि यह एक समय में कई प्रकार के युद्ध अभियानों को अंजाम दे सकता है। इसमें RBE2-AA AESA रडार, SPECTRA इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सिस्टम, और HUD (Head Up Display) जैसे अत्याधुनिक उपकरण लगे हैं।
भारत द्वारा प्राप्त राफेल विमानों को खासतौर पर भारतीय आवश्यकताओं के अनुरूप अनुकूलित किया गया है। इसमें हिमालयी क्षेत्र में कार्य करने की क्षमता, इजरायली हेलमेट माउंटेड डिस्प्ले, भारतीय संचार प्रणालियाँ, और सबसे महत्वपूर्ण बियोंड विजुअल रेंज (BVR) मिसाइलें, जैसे मेटिओर (Meteor) और स्काल्प (SCALP) मिसाइलें शामिल हैं। मेटिओर मिसाइल की मारक क्षमता 150 किलोमीटर से अधिक है, जिससे राफेल को हवा में अपराजेय बना देती है।
राफेल विमानों की तैनाती भारत के अंबाला और हाशिमारा एयरबेस पर की गई है। ये विमान भारत की वायु सीमाओं की रक्षा के साथ-साथ किसी भी संभावित खतरे का जवाब देने में सक्षम हैं।
निष्कर्ष:
राफेल विमान भारत की वायुसेना की शक्ति को कई गुना बढ़ाता है। इसकी अत्याधुनिक तकनीक, सटीकता, और बहुउद्देश्यीय क्षमताएं इसे दुनिया के सबसे प्रभावशाली लड़ाकू विमानों में से एक बनाती हैं। यह भारत की रक्षा नीति को मजबूती देने वाला एक महत्वपूर्ण कदम है और देश की सुरक्षा के लिए एक बड़ा रणनीतिक निवेश भी।
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