DHANUSH MISSILE
धनुष मिसाइल
धनुष मिसाइल: भारत की नौसैनिक बैलिस्टिक मिसाइल
धनुष मिसाइल भारत द्वारा विकसित एक महत्वपूर्ण सामरिक हथियार है। यह सतह से सतह पर मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल है, जिसे विशेष रूप से भारतीय नौसेना के लिए डिजाइन किया गया है। इसे रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) द्वारा विकसित किया गया है और यह भारत के "एकीकृत निर्देशित मिसाइल विकास कार्यक्रम" (IGMDP) का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
धनुष मिसाइल का परिचय:
धनुष मिसाइल वास्तव में पृथ्वी मिसाइल का नौसैनिक संस्करण है। इसे समुद्र में तैनात जहाजों से लॉन्च करने के लिए अनुकूलित किया गया है। इसका उद्देश्य शत्रु के ठिकानों, बंदरगाहों, युद्धपोतों तथा अन्य रणनीतिक ठिकानों को समुद्र से मार गिराना है। यह मिसाइल परमाणु और पारंपरिक दोनों प्रकार के हथियार ले जाने में सक्षम है।
मुख्य विशेषताएँ:
- रेंज (मारक क्षमता): धनुष मिसाइल लगभग 250 से 350 किलोमीटर तक की दूरी तक मार कर सकती है।
- वजन और वारहेड: यह 500 से 1000 किलोग्राम तक के विस्फोटक या परमाणु वारहेड ले जा सकती है।
- ईंधन प्रणाली: यह मिसाइल तरल ईंधन से चलती है।
- मार्गदर्शन प्रणाली: इसमें उन्नत इनर्शियल नेविगेशन प्रणाली का उपयोग किया गया है, जिससे यह उच्च सटीकता से लक्ष्य को भेद सकती है।
- लॉन्च प्लेटफॉर्म: इसे नौसेना के जहाजों से वर्टिकल लॉन्च सिस्टम या मोबाइल लॉन्चर के माध्यम से लॉन्च किया जा सकता है।
प्रक्षेपण और परीक्षण:
धनुष मिसाइल का पहला सफल परीक्षण 2000 में किया गया था। इसके बाद कई परीक्षण सफलतापूर्वक किए गए, जिसमें इसकी सटीकता, स्थायित्व और सामरिक क्षमता की पुष्टि हुई। वर्ष 2018 में ओडिशा के तट से इसका एक और परीक्षण सफलतापूर्वक किया गया, जिसमें इसने सटीकता से लक्ष्य को भेदा।
रणनीतिक महत्व:
धनुष मिसाइल भारत की नौसैनिक प्रतिरोधक क्षमता को मजबूती प्रदान करती है। यह देश को 'सेकंड स्ट्राइक' क्षमता प्रदान करती है, जो किसी भी परमाणु हमले की स्थिति में जवाबी कार्रवाई की क्षमता है। इसकी समुद्र से प्रक्षेपण क्षमता इसे अत्यधिक लचीला और अप्रत्याशित बनाती है, जिससे शत्रु की निगरानी प्रणाली को चकमा देना संभव होता है।
इसके अलावा, यह मिसाइल भारत की त्रि-आयामी परमाणु प्रतिरोधक क्षमता (Nuclear Triad – थल, जल, नभ) का एक प्रमुख स्तंभ है। यह भारत को उन देशों की श्रेणी में लाता है, जो समुद्र से परमाणु प्रक्षेपण करने की क्षमता रखते हैं।
निष्कर्ष:
धनुष मिसाइल भारत की वैज्ञानिक, तकनीकी और सामरिक प्रगति का प्रतीक है। यह मिसाइल भारत की रक्षा प्रणाली को मजबूती देती है और शत्रुओं को स्पष्ट संदेश देती है कि भारत अपने सीमाओं की रक्षा में पूरी तरह सक्षम है। यह न केवल नौसैनिक शक्ति को बढ़ाती है, बल्कि देश की आत्मनिर्भरता को भी दर्शाती है।
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