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GHIBLI IMAGE

  स्टूडियो घिबली जापान का एक प्रसिद्ध एनीमेशन स्टूडियो है, जिसे 1985 में हायाओ मियाज़ाकी और इसाओ ताकाहाता द्वारा स्थापित किया गया था। यह स्टूडियो अपनी खूबसूरत एनीमेशन शैली, दिल को छू लेने वाली कहानियों और गहरे भावनात्मक संदेशों के लिए जाना जाता है। स्टूडियो घिबली की फ़िल्में केवल बच्चों के लिए नहीं होतीं, बल्कि वे सभी उम्र के लोगों के लिए एक जादुई अनुभव प्रदान करती हैं। स्टूडियो घिबली की सबसे प्रसिद्ध फ़िल्मों में स्पिरिटेड अवे (2001), माय नेबर टोटोरो (1988), प्रिंसेस मोनोनोके (1997), हाउल्स मूविंग कैसल (2004) और किकीज़ डिलीवरी सर्विस (1989) शामिल हैं। इन फिल्मों में कल्पनाशील दुनिया, मजबूत महिला पात्र, और पर्यावरण एवं मानवता के गहरे विषयों को दर्शाया गया है। स्टूडियो घिबली की विशेषताएँ हाथ से बनी एनीमेशन – स्टूडियो घिबली आज भी पारंपरिक हाथ से बनाई गई एनीमेशन तकनीक का उपयोग करता है, जिससे उनकी फिल्मों में एक विशेष गर्माहट और गहराई महसूस होती है। प्रकृति और जादू का मिश्रण – उनकी कहानियों में प्रकृति का जादुई रूप बहुत महत्वपूर्ण होता है। चाहे वह माय नेबर टोटोरो में जादुई...

NCERT

  एनसीईआरटी (NCERT) पर निबंध (300 शब्द) राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) भारत की एक प्रमुख संस्थान है, जो स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने और पाठ्यक्रम को विकसित करने के लिए कार्यरत है। इसकी स्थापना 1961 में भारत सरकार द्वारा की गई थी। इसका मुख्य उद्देश्य शिक्षा के क्षेत्र में अनुसंधान करना, पाठ्यपुस्तकें तैयार करना, शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करना और शैक्षिक नीतियों के विकास में सहायता प्रदान करना है। NCERT मुख्य रूप से प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा के लिए पाठ्यपुस्तकें तैयार करता है। इसकी किताबें पूरे भारत में सीबीएसई (CBSE) और कई अन्य राज्य बोर्डों द्वारा अपनाई जाती हैं। इन पुस्तकों की विशेषता यह है कि ये विषयों को सरल, रोचक और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से प्रस्तुत करती हैं। एनसीईआरटी की किताबें न केवल छात्रों को परीक्षा के लिए तैयार करती हैं, बल्कि उनके समग्र बौद्धिक विकास में भी सहायक होती हैं। इसके अलावा, NCERT राष्ट्रीय स्तर पर शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार और सुधार लाने के लिए विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित करता है। यह डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देन...

RANA SANGA

  राणा सांगा: मेवाड़ के वीर योद्धा राणा सांगा (संवत् 1540 – 1572, ईस्वी 1482 – 1528) मेवाड़ के महान योद्धा और राजपूताने के शूरवीर शासक थे। वे सिसोदिया वंश के राजा थे और अपनी वीरता, युद्ध कौशल और रणनीतिक क्षमता के लिए प्रसिद्ध थे। उन्होंने अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए कई युद्ध लड़े और मुगलों, अफगानों तथा लोदी वंश के शासकों के खिलाफ संघर्ष किया। प्रारंभिक जीवन और संघर्ष राणा सांगा का जन्म 1482 ईस्वी में महाराणा रायमल के पुत्र के रूप में हुआ था। वे बचपन से ही साहसी, पराक्रमी और युद्ध-कला में निपुण थे। उन्होंने अपने भाइयों के साथ संघर्ष करते हुए मेवाड़ की गद्दी प्राप्त की। उनके शासनकाल में मेवाड़ एक शक्तिशाली राज्य बनकर उभरा। वीरता और युद्ध कौशल राणा सांगा ने अपने जीवन में कई कठिन युद्ध लड़े और हर बार अपनी वीरता का परिचय दिया। वे राजपूतों को संगठित करने और विदेशी आक्रमणकारियों से भारत की रक्षा करने में सफल रहे। उन्होंने दिल्ली सल्तनत, गुजरात के सुल्तान, मालवा के अफगान शासकों और मुगलों के खिलाफ युद्ध किए। महत्वपूर्ण युद्ध 1. खानवा का युद्ध (1527) राणा सांगा का सबसे प्रसिद्ध य...

KANJIVARAM SILK SAREE

  कांजीवरम सिल्क साड़ी: दक्षिण भारत की शान भारत की पारंपरिक साड़ियों में कांजीवरम सिल्क साड़ी को विशेष स्थान प्राप्त है। यह साड़ी तमिलनाडु के कांचीपुरम शहर में बनाई जाती है और अपनी बारीक बुनाई, समृद्ध रंगों और भारी ज़री कढ़ाई के लिए प्रसिद्ध है। इसे शादियों, त्योहारों और विशेष अवसरों पर पहनना शुभ माना जाता है। कांजीवरम सिल्क साड़ी का इतिहास कहते हैं कि कांचीपुरम के बुनकरों का इतिहास पल्लव राजाओं के समय से जुड़ा है। यह कला पीढ़ी दर पीढ़ी चली आ रही है। इस साड़ी की खासियत इसकी बुनाई और डिज़ाइन में दिखती है, जो इसे राजसी और भव्य बनाती है। कांजीवरम सिल्क साड़ी की विशेषताएँ उच्च गुणवत्ता वाली सिल्क – इसे शुद्ध रेशम से बनाया जाता है, जिससे यह साड़ी चमकदार और टिकाऊ होती है। मजबूत बुनाई – इसकी मोटी बुनावट इसे अन्य सिल्क साड़ियों से अलग और टिकाऊ बनाती है। ज़री कढ़ाई – सोने और चांदी के ज़री से बनी बॉर्डर और पल्लू इसे बेहद आकर्षक बनाते हैं। पारंपरिक डिज़ाइन – इसमें मंदिर की आकृतियाँ, हाथी, मोर, फूल-पत्तियों और पौराणिक कथाओं की छवियाँ बुनी जाती हैं। भारी बॉर्डर और अलग पल्लू – ...

DIFFERENT TYPES OF SILK SAREES

  भारत में मिलने वाली विभिन्न प्रकार की सिल्क साड़ियाँ भारत अपनी समृद्ध संस्कृति और पारंपरिक परिधानों के लिए प्रसिद्ध है, और सिल्क साड़ियाँ भारतीय महिलाओं की सुंदरता और शान का प्रतीक मानी जाती हैं। हर क्षेत्र की सिल्क साड़ी की अपनी खासियत होती है, जो उसकी बुनाई, डिज़ाइन और निर्माण शैली से पहचानी जाती है। 1. बनारसी सिल्क साड़ी (उत्तर प्रदेश) वाराणसी में बनी यह साड़ी अपनी ज़री कढ़ाई, ब्रोकेड डिज़ाइन और भारी बॉर्डर के लिए प्रसिद्ध है। इसे शादियों और विशेष अवसरों पर पहना जाता है। 2. कांजीवरम सिल्क साड़ी (तमिलनाडु) यह दक्षिण भारत की सबसे प्रसिद्ध साड़ी है, जिसे शुद्ध रेशम और सोने-चांदी के ज़री से बनाया जाता है। इसकी बनावट मोटी और टिकाऊ होती है। 3. चंदेरी सिल्क साड़ी (मध्य प्रदेश) हल्की और मुलायम चंदेरी साड़ी ज़री, सूती और सिल्क के मिश्रण से बनाई जाती है। यह पारंपरिक और रॉयल लुक के लिए पहचानी जाती है। 4. टसर सिल्क साड़ी (बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल) टसर सिल्क प्राकृतिक रेशम से बनाई जाती है और इसमें खूबसूरत हस्तकला डिज़ाइन होते हैं। इसकी बनावट हल्की और मुलायम होती है।...

BANARSI SILK SAREE

  बनारसी सिल्क साड़ी: भारतीय परंपरा और शिल्प की पहचान बनारसी सिल्क साड़ी भारत की सबसे खूबसूरत और प्रसिद्ध साड़ियों में से एक मानी जाती है। यह साड़ी उत्तर प्रदेश के वाराणसी (बनारस) में बनाई जाती है और अपनी बारीक कढ़ाई, सुंदर डिज़ाइन और शानदार बनावट के कारण दुनियाभर में प्रसिद्ध है। बनारसी सिल्क साड़ी का इतिहास बनारसी साड़ी का इतिहास कई शताब्दियों पुराना है। ऐसा माना जाता है कि मुगल काल में इस कला को विशेष रूप से प्रोत्साहित किया गया था। मुगल शासकों ने बुनकरों को बनारस में बसने के लिए प्रेरित किया, जिससे यहाँ की बुनाई कला को नया जीवन मिला। धीरे-धीरे यह साड़ी भारतीय रियासतों और राजघरानों की पसंद बन गई। बनारसी सिल्क साड़ी की विशेषताएँ शुद्ध सिल्क का उपयोग – यह साड़ी उच्च गुणवत्ता वाले शुद्ध सिल्क से बनाई जाती है, जो इसे बेहद मुलायम और चमकदार बनाता है। ज़री और ब्रोकेड डिज़ाइन – इस साड़ी में सोने और चांदी के ज़री (धागे) से कढ़ाई की जाती है, जिससे यह बेहद आकर्षक दिखती है। जटिल पैटर्न और मोटिफ्स – इसमें मुगलकालीन डिज़ाइनों जैसे फूल-पत्तियां, बेल-बूटे, जानवरों के चित्र और ज्यामि...

KOLKATA PAAN

  कोलकाता पान: मिठास और परंपरा का अनोखा संगम भारत में पान खाने की परंपरा सदियों पुरानी है, और कोलकाता पान अपनी विशेष मिठास और अनोखे स्वाद के कारण बहुत प्रसिद्ध है। यह पश्चिम बंगाल की पहचान का एक हिस्सा है और पूरे देश में इसकी मांग रहती है। कोलकाता पान की विशेषताएँ कोलकाता पान मुख्य रूप से कोलकाता या बंगाली पान के पत्तों से बनाया जाता है, जो पतले, मुलायम और हल्की मिठास लिए होते हैं। इसे खासतौर पर मीठे पान के रूप में खाया जाता है और यह बिना रेशों वाला होता है, जिससे इसे चबाना आसान और आनंददायक होता है। इस पान में गुलकंद, सौंफ, इलायची, चेरी, टूटी-फ्रूटी, नारियल बुरादा और मिश्री डाली जाती है, जिससे इसका स्वाद और भी खास बन जाता है। कोलकाता पान में चॉकलेट, चांदी वर्क, और कई अन्य फ्लेवर भी जोड़े जाते हैं, जिससे यह युवाओं में भी लोकप्रिय है। कोलकाता पान के प्रकार मीठा कोलकाता पान – गुलकंद, सौंफ, चेरी और मिठास से भरपूर। चॉकलेट पान – इसमें चॉकलेट सिरप और चॉकलेट चिप्स मिलाए जाते हैं। सादा पान – केवल कत्था, चूना और सुपारी के साथ खाया जाता है। जर्दा पान – इसमें तंबाकू और जर्दा म...

DIFFERENT TYPES OF PAAN

  भारत में मिलने वाले विभिन्न प्रकार के पान भारत में पान केवल एक खाद्य पदार्थ नहीं, बल्कि एक परंपरा और संस्कृति का हिस्सा है। अलग-अलग राज्यों में पान को अलग-अलग तरीकों से बनाया और खाया जाता है। यहाँ भारत में मिलने वाले कुछ प्रमुख प्रकार के पान का वर्णन किया गया है: 1. बनारसी पान उत्तर प्रदेश के बनारस का प्रसिद्ध पान। इसे मीठे, सादे और जर्दा पान के रूप में बनाया जाता है। गुलकंद, सौंफ, इलायची और चेरी से सजा हुआ मीठा पान बेहद लोकप्रिय है। 2. मगही पान बिहार के गया और नवादा क्षेत्र में उगाया जाने वाला कोमल और सुगंधित पान। इसका स्वाद हल्का मीठा होता है और यह बिना तने के चबाया जाता है। इसका उपयोग पारंपरिक पान और धार्मिक अनुष्ठानों में किया जाता है। 3. कलकत्ता पान पश्चिम बंगाल में मिलने वाला बेहद मुलायम और पतला पान। इसका उपयोग खासतौर पर मीठे पान में किया जाता है। इसमें गुलकंद, सौंफ, चॉकलेट, नारियल, और चेरी डाली जाती है। 4. सादा पान इसमें केवल कत्था, चूना और सुपारी डाली जाती है। यह पारंपरिक और स्वास्थ्यवर्धक माना जाता है। 5. जर्दा पान इसमें तंबाकू और जर्दा मिलाया ...

MAGAHI PAAN

  मगही पान: भारत की अनमोल विरासत भारत में पान खाने की परंपरा सदियों पुरानी है, और इसमें मगही पान का विशेष स्थान है। मगही पान बिहार के नवादा, गया और आसपास के क्षेत्रों में उगाया जाता है और इसकी पहचान इसकी कोमलता, मिठास और सुगंध से होती है। यह पान अपनी गुणवत्ता और स्वाद के कारण पूरे देश में प्रसिद्ध है। मगही पान की विशेषता मगही पान की सबसे खास बात इसके पत्तों की कोमलता और प्राकृतिक मिठास है। यह अन्य पान की तुलना में अधिक मुलायम और बिना रेशों वाला होता है, जिससे इसे चबाना आसान और स्वाद में अधिक आनंददायक होता है। इसमें सुगंध भी अन्य पानों की तुलना में अधिक होती है, जो इसे और खास बनाती है। इस पान को बिना तने के चबाया जाता है, जिससे यह मुंह में जल्दी घुल जाता है। इसके पत्तों का रंग हल्का हरा और आकार दिल के आकार जैसा होता है। इसकी खेती खास जलवायु और मिट्टी में की जाती है, जिससे इसकी गुणवत्ता बनी रहती है। मगही पान के प्रकार मगही पान को कई तरह से खाया जाता है, जिनमें शामिल हैं: सादा पान – सिर्फ कत्था, चूना और सुपारी के साथ खाया जाता है। मीठा पान – इसमें गुलकंद, सौंफ, इलायची और ...

BANARSI PAAN

  बनारसी पान: एक अनूठी पहचान भारत की सांस्कृतिक राजधानी बनारस अपनी परंपराओं, घाटों और खानपान के लिए प्रसिद्ध है। इन्हीं में से एक है बनारसी पान , जो न केवल स्वाद बल्कि अपनी खासियत के कारण देश-विदेश में मशहूर है। कहा जाता है, "काशी का असली स्वाद बनारसी पान में बसता है।" बनारसी पान की विशेषता बनारसी पान साधारण पान से अलग और खास होता है। इसे बनाने में कलकत्ता या मगही पान के पत्ते इस्तेमाल किए जाते हैं, जो बेहद मुलायम और सुगंधित होते हैं। इसमें कत्था, चूना, सुपारी, गुलकंद, सौंफ, इलायची, और कई तरह की मीठी व खुशबूदार चीज़ें डाली जाती हैं। बनारसी पान की सबसे अनोखी बात उसकी पेशकश और बनाने का अंदाज है। बनारसी पान बेचने वाले "पनवाड़ी" खास अंदाज में इसे बनाते हैं और खिलाते हैं, जिससे यह खाने वाले के लिए एक अलग ही अनुभव बन जाता है। बनारसी पान के प्रकार मीठा पान – इसे गुलकंद, सुपारी, सौंफ और चेरी से सजाया जाता है। सादा पान – इसमें कत्था, चूना और सुपारी डाली जाती है। जर्दा पान – इसमें तंबाकू और जर्दा मिलाया जाता है, जो खासतौर पर तंबाकू पसंद करने वालों के लिए होता है...

JULIA FLESHER KOCH

  जूलिया फ्लेशर कोच: एक प्रमुख व्यवसायी और परोपकारी जूलिया फ्लेशर कोच (Julia Flesher Koch) अमेरिका की एक प्रसिद्ध व्यवसायी और परोपकारी (philanthropist) हैं। वह कोच इंडस्ट्रीज (Koch Industries) के पूर्व अध्यक्ष डेविड कोच (David Koch) की पत्नी और उनकी मृत्यु के बाद कंपनी की उत्तराधिकारी बनीं। प्रारंभिक जीवन और शिक्षा जूलिया फ्लेशर का जन्म 12 अप्रैल 1962 को अमेरिका के आयोवा में हुआ था। उनका परिवार फर्नीचर व्यवसाय से जुड़ा था। उन्होंने न्यूयॉर्क जाकर फैशन और डिज़ाइन इंडस्ट्री में काम किया और बाद में डेविड कोच से विवाह किया। व्यावसायिक और परोपकारी योगदान डेविड कोच की मृत्यु के बाद, जूलिया कोच और उनके परिवार को कोच इंडस्ट्रीज की बड़ी संपत्ति विरासत में मिली। वह कोच फाउंडेशन के जरिए स्वास्थ्य, शिक्षा और कला के क्षेत्र में दान करती हैं। उनकी परोपकारी गतिविधियों में शामिल हैं: अस्पतालों और स्वास्थ्य अनुसंधान में सहयोग कला और संग्रहालयों के लिए दान शिक्षा और विज्ञान में निवेश निजी जीवन और संपत्ति फोर्ब्स के अनुसार, जूलिया कोच दुनिया की सबसे अमीर महिलाओं में से एक हैं। 2...

DR KESHAV BALIRAM HEDGEWAR

  डॉ. हेडगेवार: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार (Dr. Keshav Baliram Hedgewar) एक महान राष्ट्रभक्त, समाज सुधारक और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के संस्थापक थे। उनका जीवन भारत के सांस्कृतिक और सामाजिक पुनर्जागरण के लिए समर्पित था। प्रारंभिक जीवन और शिक्षा डॉ. हेडगेवार का जन्म 1 अप्रैल 1889 को महाराष्ट्र के नागपुर में हुआ था। उनके परिवार की आर्थिक स्थिति साधारण थी, लेकिन उन्होंने शिक्षा को प्राथमिकता दी। प्रारंभिक शिक्षा के बाद, उन्होंने कलकत्ता मेडिकल कॉलेज से डॉक्टरी की पढ़ाई की। इस दौरान वे क्रांतिकारी गतिविधियों से जुड़े और स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने लगे। राष्ट्रभक्ति और स्वतंत्रता संग्राम कलकत्ता में रहते हुए, डॉ. हेडगेवार ने अनुशीलन समिति जैसी क्रांतिकारी संस्थाओं के संपर्क में आकर ब्रिटिश शासन के खिलाफ आंदोलन किया। 1910 में डॉक्टरी की पढ़ाई पूरी करने के बाद वे नागपुर लौट आए और स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय रूप से भाग लेने लगे। 1921 में, असहयोग आंदोलन में भाग लेने के कारण उन्हें जेल भी जाना पड़ा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की स्थाप...

JACQUELINE MARS

  जैकलीन मार्स: मार्स इंक की उत्तराधिकारी और प्रभावशाली व्यवसायी जैकलीन मार्स (Jacqueline Mars) अमेरिका की एक प्रसिद्ध व्यवसायी और परोपकारी (philanthropist) हैं। वह दुनिया की सबसे बड़ी खाद्य और कैंडी निर्माण कंपनी मार्स इंक (Mars Incorporated) की उत्तराधिकारी हैं। प्रारंभिक जीवन और शिक्षा जैकलीन मार्स का जन्म 10 अक्टूबर 1939 को अमेरिका में हुआ था। वह फॉरेस्ट मार्स सीनियर (Mars Sr.) की बेटी और मार्स इंक के संस्थापक फ्रैंक सी. मार्स (Frank C. Mars) की पोती हैं। उन्होंने ब्रायन मावर कॉलेज से मानव विज्ञान (Anthropology) में स्नातक की डिग्री प्राप्त की। व्यावसायिक जीवन जैकलीन मार्स ने मार्स इंक में कई दशकों तक काम किया और 2016 तक कंपनी के निदेशक मंडल में रहीं। उनके नेतृत्व में कंपनी ने स्निकर्स, एमएंडएम, ट्विक्स, मिल्की वे और पेडिग्री जैसे ब्रांड्स को वैश्विक स्तर पर मजबूत किया। परोपकार और सामाजिक कार्य जैकलीन मार्स कला, शिक्षा और पर्यावरण संरक्षण में गहरी रुचि रखती हैं। वह कई संस्कृति और संरक्षण संगठनों से जुड़ी हुई हैं और स्मिथसोनियन नेशनल म्यूज़ियम ऑफ़ अमेरिकन हिस्ट्...

ALICE WALTON

  ऐलिस वॉल्टन: वॉलमार्ट की उत्तराधिकारी और विश्व की प्रमुख महिला उद्योगपति ऐलिस वॉल्टन (Alice Walton) अमेरिका की एक प्रसिद्ध व्यवसायी और परोपकारी (फिलanthropist) हैं। वह दुनिया की सबसे बड़ी रिटेल कंपनी वॉलमार्ट (Walmart) के सह-संस्थापक सैम वॉल्टन (Sam Walton) की बेटी हैं। प्रारंभिक जीवन और शिक्षा ऐलिस वॉल्टन का जन्म 7 अक्टूबर 1949 को अमेरिका में हुआ था। उन्होंने ट्रिनिटी यूनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र और वित्त में स्नातक की डिग्री प्राप्त की। व्यावसायिक जीवन हालांकि ऐलिस वॉल्टन ने वॉलमार्ट के दैनिक प्रबंधन में सक्रिय भूमिका नहीं निभाई, लेकिन वह अपने निवेश और कला संग्रह के लिए प्रसिद्ध हैं। उन्होंने "लामा कंपनी" नामक एक निवेश फर्म स्थापित की थी और वित्तीय क्षेत्र में भी काम किया। कला और परोपकार ऐलिस वॉल्टन को कला में गहरी रुचि है। उन्होंने क्रिस्टल ब्रिजेज म्यूज़ियम ऑफ़ अमेरिकन आर्ट (Crystal Bridges Museum of American Art) की स्थापना की, जिसमें अमेरिका की ऐतिहासिक और आधुनिक कला का बड़ा संग्रह है। इसके अलावा, वह शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में योगदान करने वाली कई परोपक...

WALMART

  वॉलमार्ट: दुनिया की सबसे बड़ी रिटेल कंपनी वॉलमार्ट इंक. (Walmart Inc.) दुनिया की सबसे बड़ी खुदरा (रिटेल) कंपनी है। यह एक अमेरिकी बहुराष्ट्रीय कंपनी है, जिसकी स्थापना 1962 में सैम वॉल्टन (Sam Walton) ने की थी। वॉलमार्ट अपने सुपरमार्केट, डिपार्टमेंट स्टोर्स और ई-कॉमर्स सेवाओं के लिए जाना जाता है। वॉलमार्ट का वैश्विक विस्तार वॉलमार्ट के अमेरिका, कनाडा, मैक्सिको, चीन, भारत, ब्राजील, ब्रिटेन और जापान सहित 24 से अधिक देशों में 10,500+ स्टोर्स हैं। यह कंपनी रोजमर्रा के उपभोक्ता सामान, किराना, कपड़े, इलेक्ट्रॉनिक्स और अन्य उत्पादों को सस्ती कीमतों पर उपलब्ध कराती है। प्रमुख सेवाएं और व्यवसाय मॉडल वॉलमार्ट अपने "कम कीमत, हर दिन" (Everyday Low Prices - EDLP) सिद्धांत पर काम करता है, जिससे ग्राहकों को किफायती दरों पर उत्पाद मिलते हैं। इसके प्रमुख व्यवसाय मॉडल इस प्रकार हैं: सुपरमार्केट और हाइपरमार्केट – Walmart Supercenters और Discount Stores किराना और खुदरा बिक्री – Walmart Neighborhood Market ई-कॉमर्स और ऑनलाइन शॉपिंग – Walmart.com और Flipkart सदस्यता-आधारित सेवा...

ROSHANI NADAR

  रोशनी नादर: भारत की प्रमुख महिला उद्यमी रोशनी नादर मल्होत्रा भारत की जानी-मानी बिजनेस लीडर और परोपकारी (फिलanthropist) हैं। वह HCL टेक्नोलॉजीज़ की चेयरपर्सन हैं और भारत की सबसे प्रभावशाली महिला उद्यमियों में से एक मानी जाती हैं। प्रारंभिक जीवन और शिक्षा रोशनी नादर का जन्म 1982 में हुआ था। वह शिव नादर की बेटी हैं, जो HCL टेक्नोलॉजीज़ के संस्थापक हैं। उन्होंने अमेरिका की नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी से कम्युनिकेशन में स्नातक और केलॉग स्कूल ऑफ मैनेजमेंट से एमबीए किया। करियर और नेतृत्व रोशनी नादर ने अपने करियर की शुरुआत मीडिया इंडस्ट्री से की थी, लेकिन जल्द ही HCL टेक्नोलॉजीज़ से जुड़ गईं। 2009 में, उन्हें कंपनी का एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर और CEO बनाया गया। 2020 में, वह HCL टेक्नोलॉजीज़ की चेयरपर्सन बनीं , जिससे वह भारत की सबसे शक्तिशाली महिला बिजनेस लीडर्स में शामिल हो गईं। सामाजिक कार्य और परोपकार रोशनी नादर शिव नादर फाउंडेशन के जरिए शिक्षा और समाज सेवा के क्षेत्र में भी योगदान देती हैं। यह फाउंडेशन ग्रामीण भारत में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कई परियोजनाएं चलाता है। ...

MARS Inc

  मार्स इंक: विश्व की प्रमुख खाद्य और पालतू पशु उत्पाद कंपनी मार्स इंकॉर्पोरेटेड (Mars, Incorporated) एक वैश्विक स्तर की खाद्य, कैंडी, पेय पदार्थ और पालतू पशु उत्पाद बनाने वाली कंपनी है। इसकी स्थापना 1911 में फ्रैंक सी. मार्स (Frank C. Mars) द्वारा अमेरिका में की गई थी। यह कंपनी अपने चॉकलेट, च्युइंग गम, पालतू पशु खाद्य और अन्य खाद्य उत्पादों के लिए प्रसिद्ध है। प्रमुख उत्पाद और ब्रांड्स मार्स इंक कई लोकप्रिय ब्रांडों के तहत उत्पाद बनाती है। इसके कुछ प्रमुख ब्रांड हैं: 1. चॉकलेट और मिठाइयाँ Mars Bar (मार्स बार) Snickers (स्निकर्स) M&M’s (एमएंडएम) Twix (ट्विक्स) Milky Way (मिल्की वे) 2. च्युइंग गम और कैंडी Orbit (ऑर्बिट) Doublemint (डबलमिंट) Juicy Fruit (जूसी फ्रूट) 3. पालतू पशु खाद्य पदार्थ Pedigree (पेडिग्री) – कुत्तों के लिए भोजन Whiskas (व्हिस्कस) – बिल्लियों के लिए भोजन Royal Canin (रॉयल केनिन) 4. अन्य खाद्य और पेय पदार्थ Ben’s Original (पूर्व में Uncle Ben’s) – चावल उत्पाद Dolmio – पास्ता सॉस Kind – हेल्दी स्नैक्स वैश्विक उपस्...

LOREAL

  लोरियल: विश्व की अग्रणी सौंदर्य और कॉस्मेटिक कंपनी लोरियल (L’Oréal) दुनिया की सबसे बड़ी सौंदर्य और कॉस्मेटिक कंपनियों में से एक है। इसकी स्थापना 1909 में यूजीन शूएलर (Eugène Schueller) ने फ्रांस में की थी। आज यह कंपनी स्किनकेयर, हेयरकेयर, मेकअप, परफ्यूम और पर्सनल केयर उत्पादों के लिए जानी जाती है। प्रमुख ब्रांड और उत्पाद लोरियल के अंतर्गत कई प्रसिद्ध ब्रांड आते हैं, जिनमें लोरियल पेरिस, मेबलीन न्यूयॉर्क, गार्नियर, लैंकोम, किहल्स, यवेस सेंट लॉरेंट, और राल्फ लॉरेन शामिल हैं। कंपनी शैंपू, कंडीशनर, फेशियल क्रीम, मेकअप और परफ्यूम के क्षेत्र में अग्रणी है। वैश्विक उपस्थिति लोरियल का कारोबार 150 से अधिक देशों में फैला हुआ है। यह कंपनी यूरोप, अमेरिका, एशिया और अफ्रीका में अपने उत्पाद बेचती है। दुनिया भर में इसके रिसर्च सेंटर और मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स हैं, जो इनोवेटिव और हाई-क्वालिटी उत्पाद तैयार करती हैं। भारत में लोरियल भारत में लोरियल गार्नियर, लोरियल पेरिस और मेबलीन जैसे ब्रांड्स के साथ लोकप्रिय है। यह कंपनी हेयर कलर, स्किन केयर, मेकअप और पुरुषों के ग्रूमिंग प्रोडक्...

FOXCONN

  फॉक्सकॉन: विश्व की अग्रणी इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माण कंपनी फॉक्सकॉन (Foxconn) दुनिया की सबसे बड़ी इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण (मैन्युफैक्चरिंग) कंपनी है। इसे होन हाई प्रिसीजन इंडस्ट्री कंपनी लिमिटेड (Hon Hai Precision Industry Co. Ltd.) के नाम से भी जाना जाता है। इसकी स्थापना 1974 में टेरी गोउ (Terry Gou) द्वारा ताइवान में की गई थी। आज यह कंपनी दुनिया की प्रमुख टेक्नोलॉजी कंपनियों के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पाद तैयार करती है। प्रमुख ग्राहक और उत्पाद फॉक्सकॉन मुख्य रूप से एप्पल, सैमसंग, माइक्रोसॉफ्ट, सोनी, डेल, नोकिया, और एचपी जैसी कंपनियों के लिए स्मार्टफोन, लैपटॉप, गेमिंग कंसोल, कंप्यूटर और अन्य इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पाद बनाती है। खासकर, यह एप्पल के आईफोन का सबसे बड़ा निर्माता है। वैश्विक उपस्थिति फॉक्सकॉन के चीन, भारत, अमेरिका, मेक्सिको, ब्राजील, वियतनाम और यूरोप सहित कई देशों में विनिर्माण संयंत्र (मैन्युफैक्चरिंग प्लांट) हैं। सबसे बड़ा उत्पादन केंद्र चीन में है, जहां लाखों कर्मचारी काम करते हैं। भारत में फॉक्सकॉन भारत में फॉक्सकॉन की उपस्थिति तेजी से बढ़ रही है। यह तमिलनाडु, ...

AKHAROT KA HALWA

  अखरोट का हलवा अखरोट का हलवा एक स्वादिष्ट और पोषक मिठाई है, जो ठंड के मौसम में शरीर को गर्मी और ऊर्जा प्रदान करता है। अखरोट में ओमेगा-3 फैटी एसिड, प्रोटीन और एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में होते हैं, जो दिमाग और हृदय के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। यह हलवा स्वाद में बेहद लाजवाब होता है और इसे खास मौकों, त्योहारों या सर्दियों में जरूर बनाया जाता है। सामग्री: 1 कप अखरोट (दरदरा कटा या पीसा हुआ) ½ कप घी ¾ कप चीनी या गुड़ 1 कप दूध 4-5 इलायची (पिसी हुई) 8-10 बादाम और काजू (कटे हुए) 8-10 किशमिश 1 चुटकी केसर (वैकल्पिक) विधि: सबसे पहले अखरोट को हल्का दरदरा पीस लें या बारीक काट लें। एक भारी तले की कढ़ाही में घी गरम करें और उसमें अखरोट डालकर धीमी आंच पर भूनें। जब अखरोट हल्का सुनहरा और खुशबूदार हो जाए, तो उसमें दूध डालें और अच्छी तरह मिलाएं। हलवे को लगातार चलाते हुए पकाएं ताकि कोई गांठ न बने और अखरोट दूध को अच्छी तरह सोख लें। अब इसमें चीनी या गुड़ डालें और धीमी आंच पर पकने दें। जब मिश्रण गाढ़ा होने लगे और हलवा कढ़ाही छोड़ने लगे, तो उसमें इलायची पाउडर, कटे हुए मेवे और केसर डा...

RAJGIRA KA HALWA

  राजगिरा का हलवा राजगिरा (अमरंथ) का हलवा एक स्वादिष्ट और पौष्टिक मिठाई है, जिसे खासतौर पर व्रत (उपवास) के दौरान बनाया जाता है। राजगिरा एक सुपरफूड है, जिसमें प्रोटीन, फाइबर, आयरन और कई जरूरी पोषक तत्व होते हैं। इसका हलवा न केवल झटपट बनता है, बल्कि सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है। यह हलवा खाने में हल्का, लेकिन ऊर्जा देने वाला होता है, इसलिए इसे उपवास के दौरान या कभी भी मिठाई के रूप में खाया जा सकता है। सामग्री: 1 कप राजगिरा का आटा ½ कप घी ¾ कप चीनी या गुड़ 2 कप दूध या पानी 4-5 इलायची (पिसी हुई) 8-10 बादाम और काजू (कटे हुए) 8-10 किशमिश 1 चुटकी केसर (वैकल्पिक) विधि: सबसे पहले एक भारी तले की कढ़ाही में घी गरम करें। उसमें राजगिरा का आटा डालें और धीमी आंच पर लगातार चलाते हुए भूनें। जब आटा सुनहरा हो जाए और उसमें से खुशबू आने लगे, तो इसमें धीरे-धीरे दूध या पानी डालें। लगातार चलाते रहें ताकि कोई गांठ न बने और हलवा अच्छी तरह पक जाए। जब मिश्रण गाढ़ा हो जाए, तो उसमें चीनी या गुड़ डालें और मिलाएं। अब इसमें इलायची पाउडर, कटे हुए मेवे और केसर डालें। हलवे को धीमी आंच पर पकाते ...

KADDU KA HALWA

  कद्दू का हलवा कद्दू का हलवा एक पारंपरिक और स्वादिष्ट भारतीय मिठाई है, जिसे खास मौकों, त्योहारों और व्रत (उपवास) के दौरान बनाया जाता है। यह हलवा कद्दू, दूध, घी और मेवों के मेल से बनता है और सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है। कद्दू में भरपूर मात्रा में फाइबर, विटामिन और मिनरल्स होते हैं, जो इसे हल्का और पौष्टिक बनाते हैं। इसे बनाना आसान है और इसका स्वाद लाजवाब होता है। सामग्री: 2 कप कद्दू (कद्दूकस किया हुआ) ½ कप चीनी ¼ कप घी 1 कप दूध 4-5 इलायची (पिसी हुई) 8-10 बादाम और काजू (कटे हुए) 8-10 किशमिश 1 चुटकी केसर (वैकल्पिक) विधि: सबसे पहले कद्दूकस किए हुए कद्दू को धो लें और अतिरिक्त पानी निचोड़ दें। एक भारी तले की कढ़ाही में घी गरम करें और उसमें कद्दू डालें। मध्यम आंच पर कद्दू को लगातार चलाते हुए भूनें जब तक वह नरम न हो जाए और उसकी कच्ची महक न चली जाए। अब इसमें दूध डालें और धीमी आंच पर पकने दें। जब कद्दू अच्छी तरह पक जाए और दूध सूखने लगे, तो उसमें चीनी डालें और मिलाएं। हलवे को धीमी आंच पर पकाते रहें जब तक कि वह गाढ़ा न हो जाए और घी छोड़ने न लगे। अब इसमें इलायची पाउडर,...

BANANA HALWA

  केले का हलवा केले का हलवा एक स्वादिष्ट और झटपट बनने वाली मिठाई है, जिसे खासतौर पर दक्षिण भारत में पसंद किया जाता है। यह हलवा पके हुए केले, घी, चीनी और सूखे मेवों से बनाया जाता है। यह न केवल स्वादिष्ट होता है, बल्कि पोषण से भरपूर भी होता है, क्योंकि केले में फाइबर, विटामिन और मिनरल्स होते हैं। इसे व्रत (उपवास) के दौरान भी खाया जा सकता है। सामग्री: 3-4 पके हुए केले ½ कप चीनी (स्वादानुसार) ¼ कप घी ½ कप दूध 4-5 इलायची (पिसी हुई) 8-10 बादाम और काजू (कटे हुए) 8-10 किशमिश 1 चुटकी केसर (वैकल्पिक) विधि: सबसे पहले पके हुए केलों को छीलकर मिक्सी में पीस लें या कांटे से अच्छी तरह मैश कर लें। एक कढ़ाही में घी गरम करें और उसमें केले का पेस्ट डालें। धीमी आंच पर इसे लगातार चलाते हुए पकाएं जब तक कि इसका रंग हल्का भूरा न हो जाए और खुशबू आने लगे। अब इसमें दूध और चीनी डालें और अच्छी तरह मिलाएं। हलवे को धीमी आंच पर पकने दें और बीच-बीच में चलाते रहें। जब हलवा गाढ़ा हो जाए और घी छोड़ने लगे, तो उसमें इलायची पाउडर और कटे हुए मेवे डाल दें। हलवे को अच्छे से मिला लें और कुछ देर और पकाएं।...

SINGHADA KA HALWA

  सिंघाड़े का हलवा सिंघाड़े का हलवा एक स्वादिष्ट और सेहतमंद मिठाई है, जिसे विशेष रूप से व्रत (उपवास) के दौरान बनाया जाता है। यह हलवा पोषक तत्वों से भरपूर होता है और शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है। सिंघाड़े का आटा ठंडक देने वाला होता है, इसलिए यह हलवा पाचन के लिए हल्का और फायदेमंद माना जाता है। इसे बनाना बहुत आसान है और कम समय में तैयार किया जा सकता है। सामग्री: 1 कप सिंघाड़े का आटा ½ कप घी ¾ कप चीनी या गुड़ 2 कप पानी या दूध 4-5 इलायची (पिसी हुई) 10-12 बादाम, काजू (कटे हुए) 8-10 किशमिश विधि: सबसे पहले एक कढ़ाही में घी गरम करें और उसमें सिंघाड़े का आटा डालें। धीमी आंच पर लगातार चलाते हुए आटे को अच्छे से भूनें जब तक वह सुनहरा और खुशबूदार न हो जाए। अब एक अलग बर्तन में पानी या दूध गरम करें और उसमें चीनी या गुड़ डालकर घोल बना लें। जब सिंघाड़े का आटा अच्छी तरह भुन जाए, तो उसमें धीरे-धीरे यह मीठा घोल डालें और लगातार चलाते रहें ताकि कोई गांठ न बने। हलवे को धीमी आंच पर पकने दें जब तक यह गाढ़ा और चिकना न हो जाए। अब इसमें इलायची पाउडर, किशमिश और कटे हुए मेवे डालें और अच्छी तरह...

MOONG DAL HALWA

  मूंग दाल का हलवा मूंग दाल का हलवा एक पारंपरिक भारतीय मिठाई है, जिसे विशेष रूप से त्योहारों, शादियों और ठंड के मौसम में बनाया जाता है। यह हलवा स्वाद में बेहद लाजवाब और सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है। इसे बनाने में थोड़ा समय और मेहनत लगती है, लेकिन इसका स्वाद इतनी खुशी देता है कि सारी मेहनत सफल लगती है। मूंग दाल, घी, दूध और मेवे से बनने वाला यह हलवा हर किसी को पसंद आता है। सामग्री: 1 कप मूंग दाल (धुली हुई) ½ कप घी ¾ कप चीनी 1 कप दूध 1 कप पानी 4-5 इलायची (पिसी हुई) 10-12 बादाम और काजू (कटे हुए) 8-10 किशमिश 1 चुटकी केसर (वैकल्पिक) विधि: मूंग दाल को 5-6 घंटे के लिए पानी में भिगो दें। भीगी हुई मूंग दाल का पानी निकालकर इसे मिक्सी में बिना पानी डाले दरदरा पीस लें। एक भारी तले की कढ़ाही में घी गरम करें और उसमें पीसी हुई मूंग दाल डालें। धीमी आंच पर लगातार चलाते हुए दाल को अच्छे से भूनें जब तक उसका रंग सुनहरा न हो जाए और खुशबू न आने लगे। अब इसमें दूध और पानी डालें और लगातार चलाते रहें ताकि कोई गांठ न बने। जब दाल नरम हो जाए और पानी सूखने लगे, तो उसमें चीनी डालें और अच्छ...

BESAN HALWA

  बेसन का हलवा बेसन का हलवा एक पारंपरिक भारतीय मिठाई है, जिसे खास मौकों, त्योहारों या ठंड के मौसम में बनाया जाता है। यह हलवा स्वादिष्ट होने के साथ-साथ सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है। इसे बनाने में ज्यादा समय नहीं लगता और इसकी सामग्री भी आसानी से घर में मिल जाती है। बेसन, घी, दूध और चीनी के मेल से बनने वाला यह हलवा हर किसी को पसंद आता है। सामग्री: 1 कप बेसन ½ कप घी ¾ कप चीनी 1 कप दूध या पानी 4-5 इलायची (पिसी हुई) 8-10 बादाम, काजू (कटे हुए) 8-10 किशमिश विधि: सबसे पहले एक कढ़ाही में घी गरम करें। उसमें बेसन डालें और धीमी आंच पर लगातार चलाते हुए भूनें। जब बेसन का रंग हल्का सुनहरा हो जाए और उसमें से खुशबू आने लगे, तो इसमें दूध या पानी डालें। ध्यान रखें कि दूध डालते समय लगातार चलाते रहें, ताकि गांठें न बनें। जब मिश्रण गाढ़ा होने लगे, तो उसमें चीनी डालें और अच्छी तरह मिलाएं। हलवे को धीमी आंच पर पकाते रहें जब तक यह घी छोड़ने न लगे। अब इसमें इलायची पाउडर और कटे हुए मेवे डालें। हलवे को कुछ देर और पकाएं और फिर गैस बंद कर दें। परोसने का तरीका: बेसन का हलवा गरमा-गरम परोस...

बादाम हलवा

  बादाम हलवा बादाम हलवा एक पारंपरिक और पौष्टिक भारतीय मिठाई है, जिसे खासतौर पर सर्दियों में बनाया जाता है। यह हलवा स्वाद में बेहद लाजवाब होता है और शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है। बादाम में प्रोटीन, विटामिन और हेल्दी फैट्स होते हैं, जो इसे सेहत के लिए फायदेमंद बनाते हैं। इसे त्योहारों, खास मौकों या ठंड के दिनों में जरूर बनाया जाता है। सामग्री: 1 कप बादाम ¾ कप चीनी ½ कप घी 1 कप दूध 4-5 इलायची (पिसी हुई) 8-10 केसर के धागे (वैकल्पिक) 8-10 बादाम, काजू और पिस्ता (कटे हुए) विधि: सबसे पहले बादाम को 6-7 घंटे या रातभर के लिए पानी में भिगो दें। बादाम का छिलका उतारकर उन्हें मिक्सी में थोड़ा सा दूध डालकर बारीक पीस लें। एक कढ़ाही में घी गरम करें और उसमें बादाम का पेस्ट डालें। मध्यम आंच पर लगातार चलाते हुए बादाम को भूनें जब तक उसका रंग हल्का सुनहरा न हो जाए। अब इसमें दूध डालें और धीमी आंच पर पकने दें। जब मिश्रण गाढ़ा होने लगे, तो उसमें चीनी और केसर के धागे डालें। इसे अच्छी तरह मिलाकर पकाते रहें, जब तक हलवा कढ़ाही छोड़ने न लगे। अब इसमें इलायची पाउडर और कटे हुए मेवे डालें। जब ह...

गाजर हलवा

  गाजर का हलवा गाजर का हलवा एक पारंपरिक भारतीय मिठाई है, जिसे सर्दियों के मौसम में खासतौर पर बनाया जाता है। यह स्वादिष्ट होने के साथ-साथ सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है, क्योंकि इसमें गाजर, दूध, घी और मेवे का उपयोग किया जाता है। इसे "गाजर का गज्जर का हलवा" या "गाजर हलवा" भी कहा जाता है। सामग्री: 1 किलो गाजर (कद्दूकस की हुई) 1 लीटर दूध 1 कप चीनी ½ कप घी 4-5 इलायची (पिसी हुई) 10-12 काजू, बादाम और पिस्ता (कटे हुए) 8-10 किशमिश विधि: सबसे पहले गाजर को धोकर छील लें और कद्दूकस कर लें। एक भारी तले की कढ़ाही में दूध डालकर उबालें। अब कद्दूकस की हुई गाजर को दूध में डालें और धीमी आंच पर पकाएं। बीच-बीच में चमचे से हिलाते रहें ताकि गाजर दूध में अच्छे से पक जाए। जब दूध गाढ़ा हो जाए और लगभग सूखने लगे, तो उसमें चीनी डालें और अच्छी तरह मिलाएं। अब घी डालें और हलवे को अच्छे से भूनें जब तक वह चमकदार न हो जाए। इसमें इलायची पाउडर और कटे हुए मेवे डालकर अच्छी तरह मिलाएं। जब हलवा पूरी तरह से सूख जाए और घी छोड़ने लगे, तो गैस बंद कर दें। परोसने का तरीका: गाजर का हल...

MAKKA KA HALWA

DIFFERENT TYPES OF PANEER RECIPE

  पनीर भारतीय खाने का एक प्रमुख हिस्सा है और इससे कई तरह के स्वादिष्ट व्यंजन बनाए जाते हैं। यहाँ विभिन्न प्रकार की पनीर रेसिपी दी गई हैं: ग्रेवी वाली पनीर रेसिपी शाही पनीर – काजू, मलाई और मसालों से बनी रिच ग्रेवी वाली डिश। पनीर बटर मसाला – टमाटर-बटर ग्रेवी में बनी हल्की मीठी और मलाईदार पनीर रेसिपी। कढ़ाई पनीर – टमाटर, शिमला मिर्च और प्याज के साथ मसालेदार ग्रेवी में बना स्वादिष्ट व्यंजन। मटर पनीर – हरी मटर और मसालों से बनी टमाटर ग्रेवी वाली पनीर डिश। पनीर कोफ्ता – पनीर और आलू से बने कोफ्तों को ग्रेवी में पकाकर तैयार किया जाता है। पालक पनीर – पालक की ग्रेवी में बना पौष्टिक और स्वादिष्ट व्यंजन। दम पनीर – धीमी आंच पर पनीर को मसालों और ग्रेवी में पकाकर बनाया जाता है। पनीर टका टक – पंजाबी स्टाइल में तवे पर झटपट बनने वाली मसालेदार पनीर रेसिपी। सूखी पनीर रेसिपी चिली पनीर – इंडो-चाइनीज स्टाइल में बना मसालेदार और चटपटा पनीर। पनीर भुर्जी – पनीर को भुरभुरा करके मसालों और प्याज-टमाटर के साथ बनाया जाता है। तवा पनीर मसाला – तवे पर मसालों के साथ भुना हुआ स्वादिष्ट पनीर। ...

DIFFERENT TYPES OF GOLGAPPA

  गोलगप्पे (पानी पुरी, फुचका, पुचका, गुपचुप) भारत की सबसे लोकप्रिय स्ट्रीट फूड में से एक हैं। यह विभिन्न प्रकार के होते हैं, जिनमें स्वाद, पानी और भरावन (फिलिंग) के अनुसार भिन्नता होती है। यहाँ विभिन्न प्रकार के गोलगप्पे दिए गए हैं: 1. खट्टा-मीठा गोलगप्पा – इसमें इमली और गुड़ से बना मीठा पानी और खट्टा मसाला डाला जाता है। 2. तीखा गोलगप्पा – इसमें हरी मिर्च, पुदीना और मसालों से बना बहुत तीखा पानी होता है। 3. सूखा गोलगप्पा (सुक्खा पुरी) – बिना पानी के मसालेदार आलू, चटनी और सेव के साथ खाया जाता है। 4. दही पुरी – गोलगप्पे में दही, मीठी चटनी, मसाले और सेव डाली जाती है, जो इसका स्वाद बढ़ा देती है। 5. हिंग वाला गोलगप्पा – इसमें हिंग (असाफोएटिडा) का फ्लेवर डाला जाता है, जिससे यह अलग स्वाद देता है। 6. चटपटा आलू गोलगप्पा – इसमें मसालेदार आलू की स्टफिंग और चटपटा पानी डाला जाता है। 7. पनीर गोलगप्पा – गोलगप्पे में मसालेदार पनीर की स्टफिंग भरी जाती है। 8. चना गोलगप्पा – इसमें काले चने या सफेद छोले के साथ चटपटा मसाला मिलाकर भरा जाता है। 9. फलों का गोलगप्पा – इसमें फलों का रस या छ...

DIFFERENT TYPES OF PULAO

  पुलाव एक लोकप्रिय भारतीय व्यंजन है, जिसे चावल और मसालों के साथ अलग-अलग तरीकों से तैयार किया जाता है। यहाँ विभिन्न प्रकार के पुलाव दिए गए हैं: 1. वेज पुलाव (Veg Pulao) – सब्जियों और मसालों के साथ बनाया जाने वाला हल्का और सुगंधित पुलाव। 2. मटर पुलाव (Matar Pulao) – ताजे हरे मटर और मसालों के साथ बनाया जाने वाला सिंपल और स्वादिष्ट पुलाव। 3. कश्मीरी पुलाव (Kashmiri Pulao) – ड्राई फ्रूट्स, केसर और फलों के साथ बना मीठा और सुगंधित पुलाव। 4. तवा पुलाव (Tawa Pulao) – तवे पर मसालों और सब्जियों के साथ झटपट तैयार होने वाला पुलाव, जो खासतौर पर मुंबई में लोकप्रिय है। 5. मसाला पुलाव (Masala Pulao) – मसालों से भरपूर तीखा और चटपटा पुलाव, जिसे टमाटर, प्याज और हरी मिर्च के साथ बनाया जाता है। 6. जीरा राइस (Jeera Rice) – सिर्फ जीरा और हल्के मसालों के साथ बना सादा और खुशबूदार पुलाव। 7. दाल पुलाव (Dal Pulao) – चावल और दाल (अधिकतर मूंग या मसूर) के साथ बना प्रोटीन युक्त पुलाव। 8. पनीर पुलाव (Paneer Pulao) – तले हुए पनीर के टुकड़ों और मसालों के साथ बना स्वादिष्ट पुलाव। 9. चिकन पुलाव (Chick...

DIFFERENT TYPES OF PETHA

  पेठा एक प्रसिद्ध भारतीय मिठाई है, जो मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश के आगरा में बनाई जाती है। यह सफेद कद्दू (अश गॉर्ड) से तैयार की जाती है और कई प्रकारों में उपलब्ध होती है। यहाँ विभिन्न प्रकार के पेठा दिए गए हैं: 1. सादा पेठा (Plain Petha) – यह पारंपरिक पेठा होता है, जो चीनी की चाशनी में पकाया जाता है और पारदर्शी सफेद रंग का होता है। 2. अंगूरी पेठा (Angoori Petha) – छोटे-छोटे अंगूर के आकार के टुकड़े होते हैं, जो रस से भरपूर होते हैं और अधिक मीठे होते हैं। 3. केसर पेठा (Kesar Petha) – इसमें केसर मिलाया जाता है, जिससे इसका स्वाद और रंग दोनों आकर्षक हो जाते हैं। 4. पान पेठा (Paan Petha) – इसमें पान का फ्लेवर और सूखे मेवे डाले जाते हैं, जिससे यह अनोखा स्वाद देता है। 5. चॉकलेट पेठा (Chocolate Petha) – इस पेठे को चॉकलेट के साथ मिक्स किया जाता है, जो इसे बच्चों में लोकप्रिय बनाता है। 6. नारियल पेठा (Nariyal Petha) – इस पेठे में नारियल का स्वाद डाला जाता है, जिससे यह और अधिक स्वादिष्ट बन जाता है। 7. सैंडविच पेठा (Sandwich Petha) – इसमें दो परतों के बीच ड्राई फ्रूट्स और अन्य फ्ल...

DIFFERENT TYPES OF PAPAD

  पापड़ के विभिन्न प्रकार और उनके स्वाद पापड़ भारतीय भोजन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसे कुरकुरा और हल्का नाश्ता माना जाता है। इसे दाल, मसालों और कई अन्य सामग्रियों से बनाया जाता है और इसे तलकर या सेंककर खाया जाता है। भारत के विभिन्न राज्यों में अलग-अलग प्रकार के पापड़ बनाए जाते हैं। आइए जानते हैं पापड़ के कुछ प्रमुख प्रकारों के बारे में। 1. उड़द दाल पापड़ (Urad Dal Papad) यह सबसे लोकप्रिय और पारंपरिक पापड़ है। इसे उड़द दाल, नमक, काली मिर्च, हींग और मसालों से बनाया जाता है। यह उत्तर भारत और दक्षिण भारत दोनों में लोकप्रिय है। 2. मूंग दाल पापड़ (Moong Dal Papad) इसे मूंग दाल से बनाया जाता है, जिससे यह हल्का और आसानी से पचने वाला होता है। यह राजस्थान और गुजरात में बहुत लोकप्रिय है। 3. चावल का पापड़ (Rice Papad) इसे चावल के आटे से बनाया जाता है और यह दक्षिण भारत में बहुत पसंद किया जाता है। इसे सूरज की रोशनी में सुखाया जाता है और फिर तला या भुना जाता है। 4. मसाला पापड़ (Masala Papad) इसे उड़द दाल या मूंग दाल पापड़ को तलकर या सेंककर बनाया जाता है और फिर उस पर टम...

DIFFERENT TYPES OF PIZZA

  पिज्जा के विभिन्न प्रकार और उनके स्वाद पिज्जा दुनिया भर में पसंद किया जाने वाला एक लोकप्रिय फास्ट फूड है, जिसकी जड़ें इटली में हैं। यह विभिन्न टॉपिंग्स, चीज़, सॉस और बेस के अनुसार कई प्रकार का हो सकता है। आइए जानते हैं पिज्जा के कुछ प्रमुख प्रकारों के बारे में। 1. Margherita Pizza यह सबसे क्लासिक और लोकप्रिय पिज्जा में से एक है। इसमें टमाटर सॉस, मोज़ेरेला चीज़ और ताज़ा तुलसी डाली जाती है। इसका स्वाद हल्का और पारंपरिक होता है। 2. वेज पिज्जा (Veg Pizza) इसमें प्याज, शिमला मिर्च, टमाटर, जैतून, मकई और पनीर जैसी सब्जियां डाली जाती हैं। यह शाकाहारियों के लिए एक बढ़िया विकल्प है। 3. चीज़ बर्स्ट पिज्जा (Cheese Burst Pizza) इस पिज्जा में बेस के अंदर भरपूर चीज़ भरी होती है, जो काटते ही बाहर निकलती है। यह चीज़ लवर्स के लिए एक बेहतरीन विकल्प है। 4. पनीर टिक्का पिज्जा (Paneer Tikka Pizza) इसमें तंदूरी मसालों में भुना हुआ पनीर, प्याज और शिमला मिर्च होती है। यह भारतीय फ्लेवर वाला पिज्जा है। 5. फार्महाउस पिज्जा (Farmhouse Pizza) इसमें मशरूम, बेबी कॉर्न, टमाटर, प्याज...

DIFFERENT TYPES OF SOUPS

  विभिन्न प्रकार के सूप और उनके फायदे सूप एक हल्का, पौष्टिक और स्वादिष्ट व्यंजन है, जिसे पूरे विश्व में पसंद किया जाता है। यह न केवल भूख बढ़ाने में मदद करता है, बल्कि पाचन के लिए भी अच्छा होता है। सूप को सब्जियों, दालों, चिकन, मटन और कई अन्य सामग्रियों से बनाया जाता है। आइए जानते हैं भारत और दुनिया में लोकप्रिय विभिन्न प्रकार के सूप के बारे में। 1. टमाटर सूप (Tomato Soup) यह सबसे लोकप्रिय और स्वादिष्ट सूप है। इसमें टमाटर, लहसुन, काली मिर्च और मसाले होते हैं। यह पाचन को सुधारता है और इम्यूनिटी बढ़ाता है। 2. वेजिटेबल सूप (Vegetable Soup) इसमें कई तरह की ताजी सब्जियां, जैसे गाजर, शिमला मिर्च, पत्तागोभी, प्याज और टमाटर डाले जाते हैं। यह विटामिन और मिनरल से भरपूर होता है। 3. स्वीट कॉर्न सूप (Sweet Corn Soup) यह स्वीट कॉर्न, गाजर, शिमला मिर्च और दूध से बनाया जाता है। यह हल्का मीठा और बहुत पौष्टिक होता है। 4. मिक्स वेज हॉट एंड सॉर सूप (Hot and Sour Soup) इसमें हरी सब्जियां, सोया सॉस, सिरका और मसाले होते हैं। यह तीखा और हल्का खट्टा होता है। 5. मंचाव सूप (Manchow...

DIFFERENT TYPES OF SAAG

  भारत में मिलने वाले विभिन्न प्रकार के साग साग भारतीय भोजन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो हरी पत्तेदार सब्जियों से बनाया जाता है। यह स्वादिष्ट होने के साथ-साथ सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है। अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग प्रकार के साग बनाए जाते हैं, जिनका स्वाद और पोषण मूल्य अलग होता है। आइए जानते हैं भारत में मिलने वाले कुछ प्रमुख सागों के बारे में। 1. सरसों का साग यह सबसे लोकप्रिय साग है, खासतौर पर पंजाब, हरियाणा और उत्तर भारत में। इसे सरसों के पत्तों, बथुआ, मेथी और पालक के साथ बनाया जाता है। इसे मक्के की रोटी और घी के साथ परोसा जाता है। 2. पालक का साग इसे ताजा पालक के पत्तों से बनाया जाता है। यह आयरन, कैल्शियम और फाइबर से भरपूर होता है। इसे दाल या पनीर के साथ भी बनाया जाता है। 3. बथुआ का साग यह ठंड के मौसम में ज्यादा खाया जाता है। यह पाचन तंत्र के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसे पराठे, दाल या अन्य सागों के साथ मिलाकर बनाया जाता है। 4. मेथी का साग इसे ताजी मेथी के पत्तों से बनाया जाता है। यह हल्का कड़वा लेकिन बहुत पौष्टिक होता है। इसे आलू, मूंग द...

DIFFERENT TYPES OF CHATANI

  भारत में मिलने वाली विभिन्न प्रकार की चटनी चटनी भारतीय भोजन का एक अभिन्न हिस्सा है। यह स्वाद को बढ़ाने के साथ-साथ पाचन में भी मदद करती है। विभिन्न प्रकार की चटनियाँ अलग-अलग सामग्रियों से बनाई जाती हैं और हर राज्य में इनका स्वाद व बनाने का तरीका अलग होता है। आइए जानते हैं भारत में मिलने वाली कुछ लोकप्रिय चटनियों के बारे में। 1. हरी धनिया चटनी यह धनिया, हरी मिर्च, नींबू और मसालों से बनाई जाती है। यह सबसे अधिक पसंद की जाने वाली चटनी है और स्नैक्स, पराठे, समोसे के साथ खाई जाती है। 2. पुदीना चटनी इसमें पुदीना, हरी मिर्च, नींबू और दही मिलाया जाता है। यह बहुत ही ताजगी भरी और पाचन में सहायक होती है। 3. इमली की चटनी इमली, गुड़ और मसालों से बनी यह चटनी मीठी और खट्टी होती है। इसे चाट, समोसे और दही बड़े के साथ खाया जाता है। 4. टमाटर की चटनी इसे टमाटर, लहसुन, अदरक और मसालों के साथ बनाया जाता है। इसे चावल, पराठे और स्नैक्स के साथ खाया जाता है। 5. लहसुन की चटनी इसमें लहसुन, लाल मिर्च, तेल और मसाले होते हैं। यह राजस्थान और महाराष्ट्र में बहुत लोकप्रिय है। 6. नारि...

DIFFERENT TYPES OF DOSA

  भारत में मिलने वाले विभिन्न प्रकार के डोसे डोसा दक्षिण भारत का एक लोकप्रिय और स्वादिष्ट व्यंजन है, जिसे पूरे देश में पसंद किया जाता है। यह चावल और उड़द दाल के घोल से बनाया जाता है और इसे सांभर व चटनी के साथ परोसा जाता है। डोसे कई प्रकार के होते हैं, जो स्वाद, स्टफिंग और बनाने के तरीके में भिन्न होते हैं। आइए जानते हैं विभिन्न प्रकार के डोसे के बारे में। 1. साधारण डोसा (Plain Dosa) यह सबसे साधारण और हल्का डोसा होता है, जिसे सिर्फ चावल और दाल के घोल से बनाया जाता है। इसे नारियल चटनी और सांभर के साथ खाया जाता है। 2. मसाला डोसा (Masala Dosa) इसमें आलू और मसालों की स्टफिंग भरी जाती है, जो इसे और भी स्वादिष्ट बनाती है। यह सबसे ज्यादा पसंद किए जाने वाले डोसों में से एक है। 3. रवा डोसा (Rava Dosa) इसे चावल के आटे की बजाय सूजी (रवा) से बनाया जाता है। यह पतला, कुरकुरा और जल्दी बनने वाला डोसा होता है। 4. मैसूर डोसा (Mysore Dosa) इसमें मसालेदार चटनी की परत लगाई जाती है और फिर आलू की स्टफिंग भरी जाती है। यह स्वाद में थोड़ा तीखा और कुरकुरा होता है। 5. सेट डोसा (Set D...

DIFFERENT TYPES OF PARATHA

  भारत में मिलने वाले विभिन्न प्रकार के पराठे पराठा भारत के सबसे लोकप्रिय और स्वादिष्ट व्यंजनों में से एक है। यह देश के अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग तरीकों से बनाया जाता है। कुछ पराठे भरवां होते हैं, जबकि कुछ परतदार या तले हुए होते हैं। इसे दही, अचार, चटनी या मक्खन के साथ परोसा जाता है। आइए जानते हैं भारत में मिलने वाले विभिन्न प्रकार के पराठों के बारे में। 1. आलू पराठा यह सबसे लोकप्रिय पराठा है, जिसे मसालेदार आलू की स्टफिंग से बनाया जाता है। इसे मक्खन, दही या अचार के साथ परोसा जाता है। यह खासतौर पर उत्तर भारत, खासकर पंजाब में बहुत पसंद किया जाता है। 2. गोभी पराठा इस पराठे में कद्दूकस की हुई फूलगोभी और मसालों की भरावन होती है। यह हल्का और स्वाद में तीखा होता है। इसे सर्दियों में अधिक पसंद किया जाता है। 3. मूली पराठा इसमें कद्दूकस की हुई मूली और मसालों की भरावन होती है। मूली का पराठा पंजाब और हरियाणा में बहुत पसंद किया जाता है। इसे दही और मक्के के साग के साथ परोसा जाता है। 4. पनीर पराठा इसमें मसालेदार पनीर की स्टफिंग भरी जाती है, जिससे यह नरम और स्वादिष्ट बन...

DIFFERENT TYPES OF RICE

  भारत में मिलने वाले विभिन्न प्रकार के चावल चावल भारत में सबसे अधिक खाए जाने वाले अनाजों में से एक है। अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग प्रकार के चावल का उत्पादन और उपयोग किया जाता है। चावल न केवल मुख्य भोजन का हिस्सा है, बल्कि इसे मिठाइयों, पुलाव, बिरयानी और खिचड़ी में भी इस्तेमाल किया जाता है। आइए जानते हैं भारत में मिलने वाले विभिन्न प्रकार के चावल के बारे में। 1. बासमती चावल यह सबसे प्रसिद्ध और सुगंधित चावल है, जिसे खासतौर पर बिरयानी, पुलाव और विशेष व्यंजनों में उपयोग किया जाता है। इसके दाने लंबे, पतले और हल्के होते हैं। यह उत्तर भारत और पंजाब में सबसे अधिक उगाया जाता है। 2. सोनामसूरी चावल यह हल्का और झरझरा चावल होता है, जिसे दक्षिण भारत में खिचड़ी, उपमा और दाल-चावल के लिए उपयोग किया जाता है। यह बासमती से छोटा होता है लेकिन स्वाद में हल्का और सुगंधित होता है। 3. सहना चावल (Gobindobhog Rice) यह पश्चिम बंगाल में उगाया जाने वाला सुगंधित चावल है। इसका उपयोग खासतौर पर बंगाली मिठाइयाँ, खिचड़ी और पकवान बनाने में किया जाता है। 4. जीरा सांबा चावल (Seeraga Samba Rice) ...

DIFFERENT TYPES OF COFFEE

  भारत में मिलने वाली विभिन्न प्रकार की कॉफी कॉफी दुनियाभर में एक पसंदीदा पेय है, और भारत में भी यह काफी लोकप्रिय है। भारत में कई प्रकार की कॉफी बनाई और पी जाती है, जो स्वाद, बनाने के तरीके और सामग्री के आधार पर अलग-अलग होती है। आइए जानते हैं भारत में मिलने वाली विभिन्न प्रकार की कॉफी के बारे में। 1. फ़िल्टर कॉफी (साउथ इंडियन फ़िल्टर कॉफी) यह दक्षिण भारत की पारंपरिक कॉफी है। इसे फ़िल्टर कॉफी पाउडर और गर्म पानी से तैयार किया जाता है, फिर दूध और चीनी मिलाई जाती है। इसे स्टील के डब्बर (डबल कप) में झागदार बनाकर परोसा जाता है। 2. एस्प्रेसो यह गाढ़ी और स्ट्रॉन्ग कॉफी होती है, जिसे एस्प्रेसो मशीन से तैयार किया जाता है। इसमें कोई दूध या चीनी नहीं मिलाई जाती, जिससे इसका स्वाद तीखा और कड़वा होता है। यह अन्य कई कॉफी ड्रिंक्स की बेस होती है। 3. कैपुचीनो इसमें एस्प्रेसो के साथ गर्म दूध और झागदार फोम मिलाया जाता है। इसे अक्सर चॉकलेट पाउडर या कोको पाउडर से सजाया जाता है। यह हल्की मीठी और क्रीमी होती है। 4. लैटे (Caffè Latte) इसमें एस्प्रेसो और दूध का मेल होता है, लेकिन क...