DRAGON FRUIT
ड्रैगन फ्रूट (Dragon Fruit) – परिचय, पोषण और लाभ
ड्रैगन फ्रूट एक आकर्षक और पौष्टिक फल है, जिसे पिताया या पितहाया भी कहा जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम हायलोसेरियस (Hylocereus) प्रजाति से संबंधित है। यह फल मुख्य रूप से कैक्टस प्रजाति के पौधे पर उगता है और मूल रूप से मध्य व दक्षिण अमेरिका का माना जाता है। वर्तमान समय में इसकी खेती भारत सहित कई उष्णकटिबंधीय देशों में की जा रही है।
ड्रैगन फ्रूट की पहचान इसके चमकीले गुलाबी या लाल छिलके और उस पर बनी हरी पंखुड़ी जैसी संरचनाओं से होती है। अंदर का गूदा सफेद या लाल रंग का होता है, जिसमें छोटे-छोटे काले बीज होते हैं। इसका स्वाद हल्का मीठा और ताज़गी देने वाला होता है, इसलिए इसे सलाद, स्मूदी, जूस और डेज़र्ट में इस्तेमाल किया जाता है।
पोषण की दृष्टि से ड्रैगन फ्रूट बहुत लाभकारी है। इसमें विटामिन सी, फाइबर, आयरन और कैल्शियम अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं। यह फल एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है, जो शरीर को मुक्त कणों से होने वाले नुकसान से बचाने में मदद करता है। इसमें मौजूद फाइबर पाचन तंत्र को मजबूत करता है और कब्ज की समस्या में राहत देता है।
ड्रैगन फ्रूट का सेवन मधुमेह रोगियों के लिए भी लाभकारी माना जाता है, क्योंकि इसमें शर्करा की मात्रा अपेक्षाकृत कम होती है। यह हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाने, कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखने और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक है। इसके बीज ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी एसिड का स्रोत होते हैं, जो शरीर के लिए आवश्यक हैं।
कुल मिलाकर, ड्रैगन फ्रूट स्वाद, सौंदर्य और स्वास्थ्य का बेहतरीन संयोजन है। यही कारण है कि यह फल आजकल लोगों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रहा है।
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