GAHIRMATHA ODISHA
गहिरमाथा (Gahirmatha)
गहिरमाथा ओडिशा राज्य के केंन्द्रपाड़ा जिले में स्थित एक विश्वप्रसिद्ध समुद्री तट और वन्यजीव क्षेत्र है। यह क्षेत्र भितरकनिका राष्ट्रीय उद्यान के समीप बंगाल की खाड़ी के तट पर स्थित है और विशेष रूप से ओलिव रिडले समुद्री कछुओं के सामूहिक अंडे देने के लिए जाना जाता है। गहिरमाथा को दुनिया के सबसे बड़े कछुआ प्रजनन स्थलों में से एक माना जाता है।
गहिरमाथा की सबसे बड़ी विशेषता यहाँ होने वाली अरिबाडा प्रक्रिया है, जिसमें लाखों ओलिव रिडले कछुए एक साथ तट पर आकर अंडे देते हैं। यह दृश्य प्रकृति के अद्भुत चमत्कारों में से एक है। सामान्यतः यह प्रक्रिया हर वर्ष जनवरी से मार्च के बीच होती है। इस दौरान तट पर सुरक्षा और संरक्षण के विशेष प्रबंध किए जाते हैं ताकि कछुओं और उनके अंडों को कोई नुकसान न पहुँचे।
यह क्षेत्र जैव-विविधता की दृष्टि से अत्यंत समृद्ध है। यहाँ मैंग्रोव वन, रेतीले तट और समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र पाए जाते हैं। गहिरमाथा समुद्री अभयारण्य में विभिन्न प्रकार की मछलियाँ, केकड़े, समुद्री पक्षी और अन्य जलीय जीव पाए जाते हैं। यह क्षेत्र तटीय पर्यावरण संतुलन बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
गहिरमाथा का संरक्षण महत्व अत्यधिक है। औद्योगीकरण, मछली पकड़ने की गतिविधियाँ और जलवायु परिवर्तन इसके लिए चुनौती बने हुए हैं। सरकार और पर्यावरण संगठनों द्वारा कछुआ संरक्षण कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। गहिरमाथा न केवल ओडिशा बल्कि पूरे विश्व की प्राकृतिक धरोहर है, जो जैव संरक्षण और प्रकृति प्रेमियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण स्थल है।
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