MONITOR LIZARD
मॉनिटर छिपकली (Monitor Lizard)
मॉनिटर छिपकली, जिसे वैज्ञानिक रूप से Varanus कहा जाता है, सरीसृप वर्ग का एक बड़ा और शक्तिशाली जीव है। यह दुनिया के कई हिस्सों में पाई जाती है, विशेष रूप से भारत, दक्षिण-पूर्व एशिया, अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया में। भारत में इसकी प्रमुख प्रजातियाँ बंगाल मॉनिटर छिपकली, जल मॉनिटर और मरुस्थलीय मॉनिटर छिपकली हैं। ये प्रायः जंगलों, घास के मैदानों, नदी किनारों और दलदली क्षेत्रों में रहती हैं।
मॉनिटर छिपकली का शरीर लंबा, मजबूत और मांसल होता है। इसकी लंबाई 1 से 2 मीटर तक हो सकती है। इसकी पूँछ लंबी और शक्तिशाली होती है, जिसका उपयोग यह संतुलन बनाए रखने और आत्मरक्षा के लिए करती है। इसकी जीभ लंबी, पतली और दोमुंही होती है, जिससे यह गंध पहचानने में सक्षम होती है। इसका रंग सामान्यतः भूरा, स्लेटी या काला होता है, जो इसे अपने वातावरण में छिपने में मदद करता है।
यह मांसाहारी और सर्वाहारी दोनों होती है। इसका भोजन कीड़े-मकोड़े, छोटे स्तनधारी, पक्षी, अंडे, मछलियाँ और मृत जीव होते हैं। मॉनिटर छिपकली एक सक्रिय शिकारी है और तेज गति से दौड़ने व पेड़ों पर चढ़ने में सक्षम होती है। खतरा महसूस होने पर यह फुफकारती है और पूँछ से वार भी कर सकती है।
पारिस्थितिकी तंत्र में मॉनिटर छिपकली की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। यह कीटों और मृत जीवों को खाकर पर्यावरण को स्वच्छ बनाए रखने में सहायक होती है। भारत में यह वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के अंतर्गत संरक्षित प्रजाति है। अवैध शिकार और आवास नष्ट होने के कारण इसकी संख्या में कमी आई है, इसलिए इसके संरक्षण की आवश्यकता अत्यंत महत्वपूर्ण है।
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