SALT WATER CROCODILE
खारे पानी का मगरमच्छ (सॉल्ट वाटर क्रोकोडाइल)
खारे पानी का मगरमच्छ, जिसे सॉल्ट वाटर क्रोकोडाइल (Crocodylus porosus) कहा जाता है, दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे शक्तिशाली मगरमच्छ माना जाता है। यह मुख्य रूप से भारत, बांग्लादेश, श्रीलंका, इंडोनेशिया, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण-पूर्व एशिया के तटीय क्षेत्रों, नदियों, खाड़ियों और मैंग्रोव वनों में पाया जाता है। भारत में इसकी सबसे बड़ी आबादी ओडिशा के भितरकनिका राष्ट्रीय उद्यान में पाई जाती है।
इस मगरमच्छ का शरीर बहुत मजबूत और लंबा होता है। वयस्क नर की लंबाई 5 से 6 मीटर तक और वजन 800 से 1000 किलोग्राम तक हो सकता है। इसकी त्वचा मोटी और खुरदरी होती है, जो इसे प्राकृतिक सुरक्षा प्रदान करती है। खारे पानी का मगरमच्छ खारे और मीठे दोनों प्रकार के जल में रहने की क्षमता रखता है, जो इसे अन्य मगरमच्छ प्रजातियों से अलग बनाता है।
सॉल्ट वाटर क्रोकोडाइल मांसाहारी होता है। इसका भोजन मछलियाँ, केकड़े, पक्षी, हिरण, जंगली सूअर और कभी-कभी बड़े जानवर भी होते हैं। यह अत्यंत धैर्यवान शिकारी है और अचानक आक्रमण करके अपने शिकार को पकड़ लेता है। इसकी काटने की शक्ति दुनिया के सबसे शक्तिशाली जीवों में गिनी जाती है।
प्रजनन काल में मादा मगरमच्छ नदी या दलदली क्षेत्र के पास घोंसला बनाकर अंडे देती है। अंडों से बच्चे निकलने के बाद मादा उनकी सुरक्षा करती है। संरक्षण की दृष्टि से खारे पानी का मगरमच्छ अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह जलीय पारिस्थितिकी तंत्र का संतुलन बनाए रखता है। वन्यजीव संरक्षण प्रयासों के कारण आज इसकी संख्या में सुधार देखा जा रहा है।
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