REIT AND InVit

 

REIT और InvIT : एक परिचय 

आज के समय में निवेश के नए–नए विकल्प सामने आ रहे हैं। REIT (रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट) और InvIT (इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट) ऐसे ही दो आधुनिक निवेश माध्यम हैं, जो आम निवेशकों को बड़े प्रोजेक्ट्स में निवेश का अवसर देते हैं।

REIT (Real Estate Investment Trust) ऐसा ट्रस्ट होता है, जो आय देने वाली रियल एस्टेट संपत्तियों जैसे कार्यालय भवन, शॉपिंग मॉल, आईटी पार्क, होटल आदि में निवेश करता है। इन संपत्तियों से मिलने वाला किराया REIT की आय का मुख्य स्रोत होता है। कानून के अनुसार, REIT को अपनी आय का बड़ा हिस्सा निवेशकों में लाभांश के रूप में बाँटना होता है। इससे निवेशकों को नियमित आय मिलती है। REIT में निवेश शेयर बाजार के माध्यम से किया जाता है, जिससे कम पूंजी वाले निवेशक भी रियल एस्टेट में हिस्सा ले सकते हैं।

दूसरी ओर, InvIT (Infrastructure Investment Trust) का उद्देश्य बुनियादी ढाँचा परियोजनाओं में निवेश करना होता है। इसमें सड़कें, हाईवे, बिजली ट्रांसमिशन लाइन, पाइपलाइन, बंदरगाह और नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाएँ शामिल होती हैं। InvIT से होने वाली आय टोल, शुल्क या उपयोग से मिलने वाले राजस्व पर आधारित होती है। यह निवेश विकल्प उन लोगों के लिए उपयुक्त है, जो लंबी अवधि में स्थिर और अपेक्षाकृत सुरक्षित रिटर्न चाहते हैं।

REIT और InvIT के प्रमुख लाभ हैं—पारदर्शिता, नियमित आय, जोखिम का वितरण और पेशेवर प्रबंधन। साथ ही, ये दोनों सेबी (SEBI) द्वारा विनियमित होते हैं, जिससे निवेशकों का भरोसा बढ़ता है। हालांकि, इनमें बाजार जोखिम, ब्याज दरों में बदलाव और आर्थिक परिस्थितियों का प्रभाव भी पड़ सकता है।

निष्कर्षतः, REIT और InvIT भारतीय निवेश बाजार के महत्वपूर्ण साधन बन चुके हैं। ये निवेशकों को रियल एस्टेट और इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे बड़े क्षेत्रों में भागीदारी का अवसर देते हैं और दीर्घकालीन संपत्ति निर्माण में सहायक सिद्ध हो सकते हैं।

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