PARANA RIVER
पराना नदी (Paraná River)
पराना नदी दक्षिण अमेरिका की सबसे महत्वपूर्ण और लंबी नदियों में से एक है। यह नदी ब्राज़ील, पराग्वे और अर्जेंटीना से होकर बहती है और अंततः अटलांटिक महासागर में गिरती है। पराना नदी की कुल लंबाई लगभग 4,880 किलोमीटर है, जिससे यह अमेज़न के बाद दक्षिण अमेरिका की दूसरी सबसे लंबी नदी मानी जाती है।
पराना नदी का उद्गम ब्राज़ील के पठारी क्षेत्र में परानाइबा और ग्रांडे नदियों के संगम से होता है। वहां से यह दक्षिण और दक्षिण-पश्चिम दिशा में बहती हुई पराग्वे और अर्जेंटीना की सीमा बनाती है। आगे चलकर यह अर्जेंटीना के आंतरिक भागों से गुजरते हुए विशाल डेल्टा का निर्माण करती है, जिसे पराना डेल्टा कहा जाता है। अंततः यह रियो दे ला प्लाटा मुहाने के माध्यम से अटलांटिक महासागर में मिल जाती है।
यह नदी आर्थिक और भौगोलिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। पराना नदी बेसिन दक्षिण अमेरिका के सबसे उपजाऊ क्षेत्रों में से एक है। इसके किनारे कृषि, पशुपालन और उद्योगों का व्यापक विकास हुआ है। सोयाबीन, गेहूं और मक्का जैसी फसलों की खेती में यह नदी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इसके अलावा, यह नदी एक प्रमुख जल परिवहन मार्ग भी है, जिससे आंतरिक इलाकों को समुद्री बंदरगाहों से जोड़ा जाता है।
पराना नदी पर कई विशाल जलविद्युत परियोजनाएं स्थापित की गई हैं। इनमें इटाइपू बांध (Itaipu Dam) विश्व का सबसे प्रसिद्ध और शक्तिशाली जलविद्युत बांध माना जाता है, जो ब्राज़ील और पराग्वे की संयुक्त परियोजना है। इस बांध से दोनों देशों को बड़ी मात्रा में बिजली प्राप्त होती है।
पर्यावरण की दृष्टि से पराना नदी जैव विविधता से भरपूर है। इसमें अनेक प्रकार की मछलियां, पक्षी और जलीय वनस्पतियां पाई जाती हैं। हालांकि औद्योगीकरण, प्रदूषण और बांधों के निर्माण से इसके पारिस्थितिकी तंत्र पर दबाव भी बढ़ा है।
कुल मिलाकर, पराना नदी दक्षिण अमेरिका की जीवनरेखा है, जो प्राकृतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक दृष्टि से क्षेत्र के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
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