INDIAN REVENUE SERVICE
भारतीय राजस्व सेवा (Indian Revenue Service – IRS)
भारतीय राजस्व सेवा (IRS) भारत की प्रमुख अखिल भारतीय सिविल सेवाओं में से एक है, जो प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष कर प्रशासन का नेतृत्व करती है। यह सेवा देश के राजस्व संग्रह को सुचारु, पारदर्शी और प्रभावी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। IRS दो मुख्य शाखाओं में विभाजित है—IRS (Income Tax) और IRS (Customs & Indirect Taxes)। दोनों शाखाएँ केंद्र सरकार के वित्त मंत्रालय के अंतर्गत कार्य करती हैं।
IRS (Income Tax) शाखा प्रत्यक्ष करों जैसे आयकर पर कार्य करती है, जबकि IRS (Customs & Indirect Taxes) सीमा शुल्क, जीएसटी, नारकोटिक्स नियंत्रण और अन्य अप्रत्यक्ष करों के प्रशासन से जुड़ी होती है। इन दोनों शाखाओं का उद्देश्य सरकार के लिए स्थिर राजस्व सुनिश्चित करना तथा आर्थिक अपराधों को नियंत्रित करना होता है।
IRS अधिकारियों की नियुक्ति संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा के माध्यम से की जाती है, जो देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक मानी जाती है। चयनित उम्मीदवारों को मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी (LBSNAA) में प्रारंभिक प्रशिक्षण दिया जाता है। इसके बाद, उन्हें विभागीय अकादमियों में विशेष प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है, जिसमें कर कानून, जांच प्रक्रियाएँ, वित्तीय विश्लेषण और प्रशासनिक कौशल का विकास शामिल होता है।
IRS अधिकारी विभिन्न पदों पर कार्य करते हैं, जैसे—आयकर अधिकारी, सहायक आयकर आयुक्त, आयकर आयुक्त, निदेशक, महानिदेशक आदि। वे कर चोरी की जांच, आकलन, ऑडिट, नीति निर्माण, डेटा एनालिसिस और करदाताओं के सेवाओं में सुधार जैसे महत्वपूर्ण कार्यों को संभालते हैं। इसके अलावा, IRS अधिकारी आर्थिक अपराधों की रोकथाम, काले धन के खिलाफ कार्रवाई और वित्तीय पारदर्शिता बढ़ाने में प्रमुख भूमिका निभाते हैं।
IRS को देश की आर्थिक रीढ़ माना जाता है, क्योंकि यह सरकार की नीतियों और विकास कार्यक्रमों के लिए आवश्यक वित्तीय संसाधन जुटाता है। योग्य, ईमानदार और सक्षम IRS अधिकारी राष्ट्र के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।
Comments
Post a Comment