JAHANGIR PALACE ORCHHA
जहाँगीर महल, ओरछा
जहाँगीर महल मध्य प्रदेश के ऐतिहासिक नगर ओरछा में स्थित एक भव्य स्मारक है। यह महल बुंदेलखंड की समृद्ध स्थापत्य परंपरा और मुगल–राजपूत शैली के सुंदर समन्वय का उत्कृष्ट उदाहरण माना जाता है। इसका निर्माण सन् 1605 ई. में बुंदेला राजा वीर सिंह देव ने मुगल सम्राट जहाँगीर के स्वागत के लिए करवाया था। कहा जाता है कि जहाँगीर जब आगरा से बंगाल जाते समय ओरछा आए थे, तब उनके सम्मान में यह महल बनवाया गया।
जहाँगीर महल तीन मंज़िला विशाल संरचना है, जो चारों ओर से मजबूत प्राचीरों से घिरी हुई है। महल के प्रवेश द्वार पर भव्य तोरण और ऊँचे बुर्ज इसकी शान बढ़ाते हैं। इसके भीतर चौड़े आँगन, सुंदर गलियारें, झरोखे और छत पर बने गुम्बद दर्शकों को आकर्षित करते हैं। महल की छत से बेतवा नदी, ओरछा का किला परिसर और आसपास का प्राकृतिक दृश्य अत्यंत मनमोहक दिखाई देता है।
इस महल की वास्तुकला में मुगल प्रभाव स्पष्ट रूप से दिखाई देता है, जैसे मेहराबदार द्वार, सुसज्जित बालकनियाँ और संतुलित अनुपात। साथ ही, इसमें राजपूत शैली के तत्व भी मौजूद हैं, जिनमें मजबूत निर्माण, सजावटी छतरियाँ और ऊँचे बुर्ज प्रमुख हैं। यह संगम जहाँगीर महल को स्थापत्य की दृष्टि से विशेष बनाता है।
आज जहाँगीर महल भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) के संरक्षण में है और ओरछा आने वाले पर्यटकों के लिए प्रमुख आकर्षण है। इतिहास प्रेमी, वास्तुकला के विद्यार्थी और पर्यटक यहाँ आकर मध्यकालीन भारत की राजसी जीवनशैली की झलक पाते हैं। जहाँगीर महल न केवल ओरछा की पहचान है, बल्कि यह बुंदेलखंड के गौरवशाली अतीत और सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक भी है।
Comments
Post a Comment