SANJEEV SANYAL
संजीव सान्याल – परिचय
संजिव सान्याल भारत के जाने-माने अर्थशास्त्री, इतिहासकार, लेखक और नीति-विश्लेषक हैं। वे अपनी मौलिक सोच, तार्किक विश्लेषण और भारतीय इतिहास व अर्थव्यवस्था पर नवीन दृष्टिकोण के लिए प्रसिद्ध हैं। वर्तमान समय में वे भारत सरकार से जुड़े विभिन्न नीति मंचों पर महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके हैं और देश के बौद्धिक विमर्श में सक्रिय योगदान देते हैं।
संजिव सान्याल का जन्म कोलकाता में हुआ। उन्होंने प्रारंभिक शिक्षा भारत में प्राप्त की और आगे की पढ़ाई अंतरराष्ट्रीय स्तर पर की। अर्थशास्त्र में गहरी समझ के कारण उन्होंने वैश्विक वित्तीय संस्थानों में कार्य किया। वे सिटीग्रुप जैसे प्रतिष्ठित संस्थान में वरिष्ठ अर्थशास्त्री रहे, जहाँ उन्होंने उभरती अर्थव्यवस्थाओं, वैश्विक वित्त और भारत की आर्थिक संभावनाओं पर कार्य किया।
नीति क्षेत्र में उनका योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण रहा है। वे प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के सदस्य रह चुके हैं। इस भूमिका में उन्होंने आर्थिक सुधारों, शहरीकरण, बुनियादी ढांचे और दीर्घकालिक विकास रणनीतियों पर विचार प्रस्तुत किए। उनकी सलाह व्यावहारिक, आंकड़ों पर आधारित और भविष्य उन्मुख मानी जाती है।
लेखक के रूप में संजीव सान्याल ने विशेष पहचान बनाई है। उनकी प्रसिद्ध पुस्तकों में लैंड ऑफ द सेवन रिवर्स, द ओशन ऑफ चर्न, द इनक्रेडिबल हिस्ट्री ऑफ इंडियाज़ जियोग्राफी और रिवोल्यूशनरीज शामिल हैं। इन कृतियों में उन्होंने भारतीय सभ्यता, भूगोल और इतिहास को नए प्रमाणों और आधुनिक शोध के आधार पर समझाने का प्रयास किया है।
संजिव सान्याल का मानना है कि भारत की सभ्यता निरंतर विकसित होने वाली, प्रयोगशील और आत्मविश्वासी रही है। वे इतिहास को केवल अतीत की कहानी नहीं, बल्कि वर्तमान और भविष्य को दिशा देने वाला ज्ञान मानते हैं। उनकी लेखन शैली सरल, तथ्यात्मक और विचारोत्तेजक है, जिससे आम पाठक भी जटिल विषयों को सहजता से समझ सकता है।
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