KHIRMOHAN
खिरमोहन (Khirmohan)
खिरमोहन एक पारंपरिक भारतीय मिठाई है, जो मुख्य रूप से बंगाल और बिहार जैसे क्षेत्रों में बनाई और पसंद की जाती है। इसे विशेष अवसरों, त्योहारों और धार्मिक समारोहों में बड़े चाव से तैयार किया जाता है। खिरमोहन अपने मुलायम और स्वादिष्ट बनावट के कारण बच्चों और बड़ों, दोनों में ही बेहद लोकप्रिय है।
खिरमोहन बनाने के लिए सबसे पहले ताजा छेना (पनीर) तैयार किया जाता है। छेने को अच्छी तरह मसलकर उसमें चीनी, सूखा मेवा और कभी-कभी इलायची पाउडर मिलाया जाता है। इसके बाद इसे छोटे-छोटे गोल आकार में ढालकर हल्की आँच पर भाप में या थोड़े से दूध में पकाया जाता है। पकने के बाद इन गोलियों को हल्के शक्कर के सिरप में डुबोया जाता है, जिससे यह और भी रसदार और मीठा बन जाता है। कभी-कभी खिरमोहन को सजाने के लिए ऊपर से पिस्ता, बादाम या किशमिश भी डाली जाती है।
खिरमोहन खाने में बहुत ही मुलायम, रसीला और मीठा होता है। इसका स्वाद हल्का और संतुलित होता है, जो किसी भी मिठाई प्रेमी को आनंदित कर देता है। यह मिठाई न केवल स्वाद में लाजवाब होती है, बल्कि देखने में भी आकर्षक लगती है। इसकी बनावट और खुशबू इसे अन्य मिठाइयों से अलग और विशेष बनाती है।
खिरमोहन पोषण की दृष्टि से भी लाभकारी है। छेना प्रोटीन और कैल्शियम का अच्छा स्रोत है, जबकि सूखा मेवा विटामिन और खनिज प्रदान करता है। यही कारण है कि यह मिठाई न केवल स्वादिष्ट, बल्कि पौष्टिक भी मानी जाती है। खिरमोहन भारतीय मिठाइयों में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है और बंगाली और बिहारी मिठाई परंपरा का अभिन्न हिस्सा बन चुका है।
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