DIFFERENT TYPES OF RICE

 

भारत में मिलने वाले विभिन्न प्रकार के चावल

चावल भारत में सबसे अधिक खाए जाने वाले अनाजों में से एक है। अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग प्रकार के चावल का उत्पादन और उपयोग किया जाता है। चावल न केवल मुख्य भोजन का हिस्सा है, बल्कि इसे मिठाइयों, पुलाव, बिरयानी और खिचड़ी में भी इस्तेमाल किया जाता है। आइए जानते हैं भारत में मिलने वाले विभिन्न प्रकार के चावल के बारे में।


1. बासमती चावल

  • यह सबसे प्रसिद्ध और सुगंधित चावल है, जिसे खासतौर पर बिरयानी, पुलाव और विशेष व्यंजनों में उपयोग किया जाता है।
  • इसके दाने लंबे, पतले और हल्के होते हैं।
  • यह उत्तर भारत और पंजाब में सबसे अधिक उगाया जाता है।

2. सोनामसूरी चावल

  • यह हल्का और झरझरा चावल होता है, जिसे दक्षिण भारत में खिचड़ी, उपमा और दाल-चावल के लिए उपयोग किया जाता है।
  • यह बासमती से छोटा होता है लेकिन स्वाद में हल्का और सुगंधित होता है।

3. सहना चावल (Gobindobhog Rice)

  • यह पश्चिम बंगाल में उगाया जाने वाला सुगंधित चावल है।
  • इसका उपयोग खासतौर पर बंगाली मिठाइयाँ, खिचड़ी और पकवान बनाने में किया जाता है।

4. जीरा सांबा चावल (Seeraga Samba Rice)

  • यह तमिलनाडु में उगाया जाने वाला छोटा और सुगंधित चावल है।
  • यह बिरयानी और विशेष व्यंजनों के लिए उपयोग किया जाता है।

5. इंद्रानी चावल

  • महाराष्ट्र में लोकप्रिय, यह झरझरा और हल्का चावल होता है।
  • यह आमतौर पर घरों में रोजाना खाने के लिए उपयोग किया जाता है।

6. मट्टा चावल (Kerala Red Rice)

  • यह केरल में पाया जाने वाला लाल रंग का मोटा चावल होता है।
  • इसमें फाइबर और पोषण अधिक होता है, जिससे यह सेहत के लिए फायदेमंद होता है।

7. अम्बेमोहर चावल

  • यह महाराष्ट्र का सुगंधित चावल है, जिसका उपयोग खासकर व्रत और खास मौकों पर किया जाता है।
  • यह पकने के बाद बहुत नरम और हल्का होता है।

8. काली मूसरी चावल

  • यह छत्तीसगढ़ और झारखंड में उगाया जाने वाला देसी चावल है।
  • यह स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है और पारंपरिक व्यंजनों में उपयोग किया जाता है।

9. बायनाड काला चावल (Wayanad Black Rice)

  • यह केरल का पारंपरिक काले रंग का चावल है, जिसमें एंटीऑक्सीडेंट अधिक होते हैं।
  • इसे विशेष व्यंजनों और औषधीय रूप से उपयोग किया जाता है।

10. मणिपुरी काला चावल (Chakhao Black Rice)

  • यह मणिपुर में पाया जाने वाला काले रंग का चावल है, जो मिठाई और अन्य पारंपरिक पकवानों में इस्तेमाल किया जाता है।
  • इसमें पोषक तत्व अधिक होते हैं और यह स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है।

11. हंसराज चावल

  • यह एक देसी किस्म का चावल है, जिसे भारत के विभिन्न हिस्सों में उगाया जाता है।
  • यह हल्का और सुगंधित होता है, जो दाल-चावल के लिए उपयुक्त होता है।

12. अरवा चावल

  • यह बिना पॉलिश किया हुआ चावल होता है, जो फाइबर और पोषण से भरपूर होता है।
  • इसे स्वास्थ्यवर्धक भोजन के रूप में खाया जाता है।

13. परबोइल्ड चावल (Ukda Rice)

  • इसे भाप में पकाकर सुखाया जाता है, जिससे इसमें पोषक तत्व बरकरार रहते हैं।
  • यह दक्षिण भारत में बहुत उपयोग किया जाता है।

14. झींगा चावल (Jhilli Rice)

  • यह ओडिशा में पाया जाने वाला छोटा और हल्का चावल है।
  • यह खिचड़ी और मिठाइयों के लिए बेहतरीन माना जाता है।

15. खेसारी चावल

  • यह झारखंड और बिहार में उगाया जाने वाला स्थानीय चावल है।
  • यह सस्ता और पोषण से भरपूर होता है।

16. पोंनी चावल (Ponni Rice)

  • यह तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में उगाया जाता है।
  • यह हल्का, आसानी से पचने वाला और मधुमेह रोगियों के लिए अच्छा माना जाता है।

17. काली जीरा चावल (Kalijira Rice)

  • यह पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश में पाया जाने वाला बासमती जैसा सुगंधित चावल है।
  • इसे "बेबी बासमती" भी कहा जाता है।

18. भूत जोलोकिया चावल

  • यह पूर्वोत्तर भारत में पाया जाने वाला खास चावल है।
  • इसका स्वाद और सुगंध अलग होती है।

19. कोरंगनी चावल (Korangan Rice)

  • यह जैविक चावल की किस्म है, जो तमिलनाडु में उगाई जाती है।
  • यह पोषण से भरपूर होता है और औषधीय गुणों से युक्त होता है।

20. हिमालयन रेड राइस

  • यह हिमालयी क्षेत्र में उगाया जाने वाला लाल रंग का चावल होता है।
  • यह स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है।

निष्कर्ष

भारत में चावल की कई किस्में पाई जाती हैं, जो स्वाद, सुगंध, आकार और पोषण के आधार पर अलग-अलग होती हैं। विभिन्न प्रकार के चावल अलग-अलग व्यंजनों के लिए उपयुक्त होते हैं, जैसे कि बिरयानी, पुलाव, खिचड़ी, मिठाइयाँ और रोजाना के भोजन में। आप अपनी पसंद और सेहत के अनुसार इनमें से कोई भी चावल चुन सकते हैं।

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